बिहार में हार के बाद खड़गे के घर कांग्रेस की समीक्षा बैठक, राहुल गांधी और वेणुगोपाल भी रहे मौजूद
बैठक के बाद कांग्रेस नेताओं ने भाजपा पर चुनाव में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि पार्टी गड़बडियों के सबूत इकट्ठा कर रही है। 2 हफ्तों में देश के सामने रखेंगे।
नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस ने शनिवार को दिल्ली में पहली समीक्षा बैठक बुलाई। यह बैठक पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर हुई, जिसमें राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल और अजय माकन मौजूद रहे।
इस हाई लेवल समीक्षा बैठक में पार्टी नेताओं ने चुनाव नतीजों की समीक्षा की, संगठन की कमियों पर चर्चा की और आगे की रणनीति को लेकर सुझाव दिए। सूत्रों के मुताबिक, पार्टी अब समझने की कोशिश कर रही है कि बिहार में इतनी बड़ी हार क्यों हुई। बैठक के बाद कांग्रेस नेताओं ने भाजपा पर चुनाव में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि पार्टी गड़बडियों के सबूत इकट्ठा कर रही है। 2 हफ्तों में देश के सामने रखेंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने बिहार चुनाव नतीजों पर गंभीर सवाल उठाए हैं। अजय माकन ने भी कहा, 'चुनाव प्रक्रिया पर शुरू से ही सवाल हैं, इसलिए ऐसे नतीजे चौंकाने वाले हैं। कांग्रेस को 1984 में भी ऐसा स्ट्राइक रेट नहीं मिला था, जैसा इस बार बीजेपी को मिला है। कुछ तो गड़बड़ है। हमारे कार्यकर्ता लगातार बता रहे हैं कि कई जगह गड़बड़ियां हुई हैं।'
दरअसल कांग्रेस ने इस चुनाव में 60 सीटों पर उम्मीदवार उतारे, लेकिन सिर्फ 6 सीटें जीत पाई। पार्टी का वोट शेयर 8.71% रह गया, जबकि 2020 में 70 सीटों पर चुनाव लड़ते हुए 19 सीटें जीती थीं और 9.6% वोट मिले थे। राहुल गांधी इसे चौंकाने वाला परिणाम बता चुके हैं। कांग्रेस को इतनी बुरी प्रदर्शन की उम्मीद नहीं थी।
बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 60 सीट पर चुनाव लड़ा और केवल छह सीट ही जीत सकी। कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष राजेश कुमार कुटुम्बा सीट से हार गए, निवर्तमान विधानसभा में विधायक दल के नेता शकील अहमद खान को कदवा सीट पर जद (यू) उम्मीदवार दुलाल चंद्र गोस्वामी ने 18,368 मतों के अंतर से हराया। कांग्रेस के जो छह उम्मीदवार जीते उनमें सुरेंद्र प्रसाद (वाल्मीकि नगर), अभिषेक रंजन (चनपटिया), मनोज विश्वास (फॉर्ब्सगंज), अबिदुर रहमान (अररिया), मोहम्मद कमरूल होदा (किशनगंज) और मनोहर प्रसाद सिंह (मनिहारी) शामिल हैं।




