दिल्ली ब्लास्ट केस: NIA ने तीन डॉक्टरों समेत चार को पूछताछ के बाद छोड़ा, आतंकी उमर से नहीं मिला सीधा कनेक्शन
एनआईए की पूछताछ लगभग तीन दिन चली, लेकिन जांचकर्ताओं को कोई ठोस डिजिटल सबूत या सीधा संबंध नहीं मिला जो इन व्यक्तियों को मुख्य आरोपी डॉ. उमर उन नबी से जोड़ता हो।
नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 10 नवंबर को दिल्ली के लाल किला के पास हुए बम धमाके से जुड़े जांच में चार लोगों को पूछताछ के बाद रिहा कर दिया है। इनमें तीन डॉक्टर और एक उर्वरक व्यापारी शामिल है। दिल्ली ब्लास्ट केस में इनके संलिप्तता के कोई ठोस सबूत नहीं मिली। ऐसे में NIA को उन्हें छोड़ना पड़ा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक उनसे एनआईए की पूछताछ लगभग तीन दिन चली, लेकिन जांचकर्ताओं को कोई ठोस डिजिटल सबूत या सीधा संबंध नहीं मिला जो इन व्यक्तियों को मुख्य आरोपी डॉ. उमर उन नबी से जोड़ता हो। तीन दिन की गहन पूछताछ के बाद, एनआईए ने कहा है कि इनके खिलाफ कोई ठोस डिजिटल साक्ष्य या सबूत नहीं मिला जो उन्हें मुख्य आरोपी डॉ. उमर उन नबी से जोड़ता हो।
रिहा किए गए लोगों में डॉ. रेहान, डॉ. मोहम्मद, डॉ. मुस्तकीम और फर्टिलाइजर व्यापारी दिनेश सिंगला हैं। सभी को हरियाणा जिले के नूंह से गिरफ्तार किया गया था। इनमें से डॉक्टरों का संबंध अल-फलाह यूनिवर्सिटी से है, जो पहले ही जांच एजेंसियों की नजर में था। एनआईए ने यह भी जांच की थी कि क्या विस्फोटक सामग्री के लिए फर्टिलाइज़र डीलर से खरीदारी हुई थी। लेकिन, किसी भी प्रकार का स्पष्ट लिंक नहीं पाया गया।
रिहा किए गए चारों की परिवारों ने उनके रिहाई की पुष्टि की है, हालांकि उन्होंने आगे कोई टिप्पणी करने से इनकार किया है। बता दें कि बीते 10 नवंबर को दिल्ली के लाल किले के पास एक हुंडई 120 कार में हुए विस्फोट में 13 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। जाँच में, फरीदाबाद स्थित अल-फलाह विश्वविद्यालय में काम करने वाले जम्मू-कश्मीर के पुलवामा निवासी एक मेडिकल डॉ. उमर को मुख्य आरोपी के रूप में चिन्हित किया गया है।
इस ब्लास्ट में सुरक्षा एजेंसियों को शू बम (जूता बम) के इस्तेमाल का शक है। सूत्रों के मुताबिक जांच एजेंसियों को विस्फोट वाली कार से एक जूता मिला है। इसकी जांच में अमोनियम नाइट्रेट और TATP के ट्रेस मिले, जिन्हें शुरुआती सुराग माना जा रहा है।TATP एक बेहद खतरनाक और सेंसेटिव विस्फोटक माना जाता है, जिसे आतंकी अक्सर इस्तेमाल करते हैं। यह मामूली झटके, रगड़ या थोड़ी सी गर्मी से भी फट सकता है।




