काम करें या अपने घर बैठें, BSNL कर्मचारियों को फटकारते दूरसंचार मंत्री का ऑडियो लीक

अश्विनी वैष्णव ने कर्मचारियों से कहा कि या तो वे काम करें या फिर वीआरएस ले लें, काम नहीं करने वालों को जबरन वीआरएस दे दिय जाएगा, जैसे रेलवे कर्मचारियों के साथ किया गया

Updated: Aug 06, 2022, 11:52 AM IST

नई दिल्ली। केंद्रीय दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने BSNL के 62 हजार कर्मचारियों को सख्त लहजे में चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि जो लोग काम नहीं करेंगे उन्हें रेलवे कर्मचारियों की तरह ही जबरन नौकरी से निकाल दिया जाएगा। मंत्री वैष्णव का इस संबंध में एक ऑडियो लीक हुआ है जिसमें वे कर्मचारियों को फटकार लगा रहे हैं।

अश्विनी वैष्णव कर्मचारियों से कहते हैं कि या तो वे काम करें या फिर वीआरएस ले लें, नहीं तो काम न करने वालों को जबरन वीआरएस दे दी जाएगी, जैसा रेलवे में किया गया। इस दौरान वह बीएसएनएल के कर्मचारियों को अगले दो साल तक खूब काम करने के लिए भी कहते हैं।

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बता दें कि केंद्र सरकार ने बीएसएनएल को पटरी पर लाने के लिए हाल ही में 1.64 लाख करोड़ रुपये के पुनरुद्धार पैकेज को मंजूरी दी है। पैकेज के तीन हिस्से हैं- सेवाओं में सुधार, बहीखातों को मजबूत करना और फाइबर नेटवर्क का विस्तार। वैष्णव के मुताबिक, बीएसएनएल को 2019 में दिए गए पहले पुनरुद्धार पैकेज से कंपनी में स्थिरता आई और इसके बाद उसने परिचालन लाभ दर्ज किया। अब 1,64,156 करोड़ रुपये के पुनरुद्धार पैकेज के साथ बीएसएनएल एक व्यवहार्य इकाई बनेगी।

बीएसएनएल निजी कंपनियों के हाथों तेजी से बाजार हिस्सेदारी खो रही है और अगर प्रौद्योगिकी तथा सेवाओं के उन्नयन के लिए सरकारी मदद नहीं मिलती, तो वह गहरे संकट में फंस जाती। वैष्णव ने कहा था कि बीएसएनएल के 33,000 करोड़ रुपये के वैधानिक बकाया को इक्विटी में बदला जाएगा। साथ ही कंपनी इतनी ही राशि (33,000 करोड़ रुपये) के बैंक कर्ज के भुगतान के लिए बॉन्ड जारी करेगी।