चुनावी साल में अशोक गहलोत ने लगाई घोषणाओं की झड़ी, राजस्थान में 19 नए जिले बनाने का ऐलान

चुनावी साल में अशोक गहलोत ने नया दांव चला है। उन्होंने लंबे समय तक जनता की मांग को ध्यान में रखते हुए राजस्थान में 19 नए जिले बनाने की घोषणा की है। इसके साथ ही अब राज्य में जिलों की संख्या 50 हो जाएगी।

Updated: Mar 21, 2023, 09:38 AM IST

जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का चुनावी साल में बड़ा ऐलान किया है। सीएम गहलोत ने राजस्थान में 19 नए जिले बनाने की घोषणा की है। इस ऐलान के साथ अब राजस्थान में कुल 50 जिले होंगे। सीएम गहलोत ने राज्य में तीन नए संभाग यानी डिवीजन बनाने का भी ऐलान किया गया है। इसके साथ ही अब राज्य में 10 डिवीजन होंगे।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को विधानसभा में इसकी घोषणा की। उन्होंने बताया कि बांसवाड़ा, पाली, सीकर नए संभाग बनाए गए हैं। उन्होंने 19 नए जिले बनाने की घोषणा हुए बताया कि जयपुर उत्तर, जयपुर दक्षिण, जोधपुर पूर्व, जोधपुर पश्चिम, कोटपुतली, बहरोड़, डीडवाना, दूदू, सांचौर, डीग, शाहपुरा, केकड़ी, सलूंबर, अनूपगढ़, ब्यावर, बालोतरा, गंगापुर सिटी, फलौदी, खैरथल, नीमकथाना, ब्यावर नए जिले होंगे।

सीएम गहलोत के इस ऐलान से राज्य में जश्न का माहौल है। दरअसल, राजस्थान में पिछले दो दशक से नए जिले बनाने की मांग हो रही थी। हर राजनीतिक दल के नेता और विधायक नए जिलों की मांग कर रहे थे। गहलोत ने तकरीबन उन सभी इलाकों को जिलों बनाने के ऐलान कर दिया जिनकी मांग हो रही थी। राजस्थान में जिलों की मांग बड़ी राजनीतिक मांग है। ऐसे में चुनाव पूर्व इसे मास्टरस्ट्रोक के तौर पर देखा जा रहा है। नए जिलों की ऐलान के बाद राज्य में बड़ी संख्या में रोजगार सृजन की भी उम्मीदें हैं।

गहलोत सरकार ने जयपुर जिले को तोड़कर चार जिलों में विभाजित किया है। इनमें जयपुर उत्तर, जयपुर दक्षिण, दूदू और कोटपूतली जिला बनाया गया है। मुख्यमंत्री के गृह जिले जोधपुर को भी जोधपुर पूर्व, जोधपुर पश्चिम और फलोदी में बांटा गया है। श्रीगंगानगर से अनूपगढ़, बाड़मेर से बालोतरा, अजमेर से ब्यावर और केकड़ी​​​​​, भरतपुर से डीग, नागौर से डीडवाना-कुचामनसिटी, सवाईमाधोपुर से गंगापुर सिटी, अलवर से खैरथल, सीकर से नीम का थाना, उदयपुर से सलूंबर, जालोर से सांचोर और भीलवाड़ा से काटकर शाहपुरा को नया जिला बनाया गया है।

बता दें कि 26 जनवरी 2008 को प्रतापगढ़ राजस्थान का 33वां जिला बना था। अब नए जिलों की घोषणा 15 साल बाद हुई है। इससे करीब 14 साल पहले हनुमानगढ़ को जिला बनाया गया था। वहीं संभाग मुख्यालय की आखिरी घोषणा भी 2005 को हुई थी। 4 जून, 2005 को राजस्थान का 7 वां संभाग भरतपुर को बनाया गया था।