कोरोना : प्यास भी नहीं बुझा पा रहा बीएमसी
जल संकट को देखते हुए मानव अधिकार आयोग ने नगर निगम आयुक्त से जवाब मांगा है।

कोरोना महामारी में लॉकडाउन के कारण घर में रहने की मजबूरी और गर्मी के कारण पानी का संकट। लोग पानी के लिए घर से बाहर भी नहीं निकल पा रहे हैं और भोपाल नगर निगम उन्हें पानी उपलब्ध करवाने में विफल रहा है। ज्यादा दूर तो ठीक निगम मुख्यालय के इलाके माता मंदिर क्षेत्र में भी लोग पानी की किल्लत से जूझ रहे है। गर्मी में पानी के लिए तरस रहे लोगों की परेशानी को देखते हुए मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने नगर निगम आयुक्त से जवाब मांगा है।
सोमवार को भोपाल नगर निगम के कुछ इलाके में पानी की कमी के कारण वॉटर टैंकर मंगवाने के लिए 400 कॉल आये थे, लेकिन उनमें से 10 फ़ीसदी स्थानों पर भी पानी टैंकर भी वक्त पर नहीं पहुंच सके। पानी के लिए परेशान लोगों का कहना है कि उन्होंने जल कार्य अपर आयुक्त और प्रभारी चीफ इंजीनियर कार्य को भी मामले की सूचना फोन पर दी थी। लेकिन इसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। इस मामले में भोपाल के महापौर आलोक शर्मा का कहना है कि गर्मी के समय में जब भरपूर पानी है तो लोगों को नल से ही पानी पहुंचाना चाहिए। अगर किसी कारण नल से पानी नहीं पहुंच पा रहा है, तब ही टैंकर से पानी पहुंचाया जाएगा।
मगर नगर निगम मुख्यालय के करीब ही माता मंदिर इलाके से ही पानी के टैंकर के लिए करीब 20 फोन निगम के कॉल सेंटर पर आए थे। इस मामले में मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति नरेंद्र कुमार जैन ने अपर आयुक्त नगर निगम भोपाल से एक महीने में जांच के रिपोर्ट तलब की है ।