बेरोजगारी की समस्या का समाधान केवल कांग्रेस ही कर सकती है, रायपुर अधिवेशन में बोले कमलनाथ

मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ ने रायपुर में कांग्रेस अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा कि देश की संस्कृति दिलों को जोड़ने की रही है लेकिन हमारी संस्कृति आज खतरे में है।

Updated: Feb 25, 2023, 08:39 AM IST

रायपुर। छत्तीसगढ़ के रायपुर में कांग्रेस के महाधिवेशन का आज दूसरा दिन है। कांग्रेस अधिवेशन को संबोधित करते हुए मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि हमारे देश की संस्कृति दिलों को जोड़ने की रही है। आज हमारी संस्कृति खतरे में है। हमें अपनी संस्कृति की रक्षा करनी होगी।

महाधिवेशन को संबोधित करते हुए मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा, "मेरा पहला अधिवेशन 50 साल पहले सन 1972 में कोलकाता में था। 50 साल पहले की दुनिया अलग थी। उस समय देश के सामने की चुनौतियां और समस्याएं आज की चुनौतियों और समस्याओं से अलग हैं। मैं आज यहां आर्थिक प्रस्ताव प्रस्तुत करने और उसके समर्थन में खड़ा हूं।"

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कमलनाथ ने कहा, "आर्थिक प्रस्ताव में कई मुद्दे हैं। लेकिन बुनियादी बात जो है... जो दिल और हृदय की बात है वो बेरोजगारी की बात है। हमारे सामने आज 3 मुख्य चुनौतियां हैं। बेरोजगारी, देश की संस्कृति की रक्षा और हमारे संविधान की रक्षा। आज के नौजवान और 20 साल पहले के नौजवानों में अंतर है। जो नौजवान हमारे देश का भविष्य हैं, जो देश के भविष्य की रक्षा करेंगे आज उनका भविष्य संकट में है। जब युवाओं का भविष्य संकट में तो देश का भविष्य निर्माण कैसे होगा?"

कमलनाथ ने आगे कहा कि, "आज हमें बेरोजगारों की पीड़ा समझने की आवश्यकता है। केवल मंदिर-मस्जिद जाने से रोजगार के अवसर नहीं बनेंगे। हम जीडीपी की बात कर सकते हैं। हम तरह-तरह के आंकड़े पेश कर सकते हैं। लेकिन इससे बेरोजगारी की समस्या का समाधान नहीं होगा। बेरोजगारी की समस्या का समाधान केवल कांग्रेस पार्टी ही कर सकती है।"

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पूर्व सीएम ने कहा कि, "हमारे देश की संस्कृति जोड़ने की संस्कृति है। हम दिलों को जोड़ते हैं, संबंधों को जोड़ते हैं, रिश्तों को जोड़ते हैं। ये इस देश की संस्कृति है और कांग्रेस की भी यही संस्कृति है। लेकिन आज यह संस्कृति खतरे में है। दुनिया में ऐसा कोई देश नहीं जहां इतने धर्म हैं, कोई ऐसा देश नहीं है जहां इतनी जातियां हैं, कोई ऐसा देश नहीं है जहां इतनी भाषाएं हैं, किसी देश में इतने देवी-देवता नहीं हैं, दुनियां में कहीं इतने त्योहार नहीं मनाए जाते हैं। इतनी विविधता के बावजूद भारत आज एक झंडे के नीचे खड़ा है तो संविधान के कारण खड़ा है।"

कमलनाथ ने आगे कहा, "देश के संविधान निर्माता डॉ बाबा साहब आंबेडकर के सामने कई चुनौतियां थी। ऐसे देश के लिए संविधान का निर्माण करना जहां इतनी विविधता है। इसके बावजूद उन्होंने हमारा संविधान इतना बढ़िया बनाया कि दुनिया के देश उसकी नकल कर रही है। लेकिन आज चिंता की बता है कि यदि यह संविधान गलत हाथों में चला गया तो हमारे देश का भविष्य क्या होगा? हमें अपने संविधान की रक्षा करने का संकल्प लेना होगा।"