पीथमपुर में बिगड़े हालात, जहरीले कचरे के विरोध में दो युवकों ने की आत्मदाह की कोशिश, ICU में भर्ती

भोपाल गैस त्रासदी के जहरीले कचरे को पीथमपुर में नष्ट किया जाना है। इसका विरोध पीथमपुर की जनता कर रही है। शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन के दौरान दो लोगों ने आत्मदाह की कोशिश की है।

Updated: Jan 03, 2025, 03:14 PM IST

पीथमपुर। मध्य प्रदेश के पीथमपुर में हालत बहुत अधिक बिगड़ चुके हैं। पीथमपुर के हर गली मोहल्ले सड़क पर लोगों की भीड़ उतर आई है। प्रदर्शन के बीच दो लोगों ने आत्मदाह की कोशिश की है। दोनों को गंभीर हालत में चोइथराम अस्पताल के ICU में भर्ती किया गया। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सीएम मोहन यादव से कहा कि जन स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर ही कोई कदम उठाया जाए।

दरअसल, भोपाल गैस त्रासदी के जहरीले कचरे को पीथमपुर में नष्ट किया जाना है। पीथमपुर की जनता इसका विरोध कर रही है। विरोध में स्थानीय लोगों से लेकर कांग्रेस और भाजपा के नेता भी शामिल हो रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि पीथमपुर में कचरे के निष्पादन का अंजाम बेहद बुरा होगा। उनका दावा है कि इससे पीथमपुर और इंदौर के लोगों को कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों से जूझना पड़ेगा।

शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन ने विकराल रूप ले लिया है। पीथमपुर दो दिनों से पूरी तरह बंद है। पीथमपुर के सारे उद्योग बंद हैं और शहर के सभी लोग सड़कों पर उतर गए हैं। सभी संगठन, संस्थाएं एक मंच पर आकर इसका विरोध कर रही हैं। प्रदर्शन के दौरान दो लोगों ने आत्मदाह की कोशिश की है। इनकी पहचान राजू पटेल और राजकुमार रघुवंशी के रूप में हुई है। दोनों को गंभीर हालत में इंदौर ले जाया गया है।

इसके बाद प्रदर्शनकारी और उग्र हो गए। वे पीथमपुर की रामकी कंपनी में तोड़फोड़ करने के इरादे से जाने लगे तो पुलिस ने लाठियां चलाकर उन्हें रोका। रामकी कंपनी को प्रशासन ने प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित किया है। पूरे इलाके को पुलिस छावनी बना दिया हैै। सड़कों पर बेरिकेड लगाए गए हैं। डेढ़ सौ से ज्यादा पुलिस जवान तैनात किए गए हैं। इस पूरे इंतजाम के कारण अभी तक भीड़ कंपनी परिसर तक नहीं पहुंच पाई है। इंदौर से अतिरिक्त पुलिस बल मंगाया गया है।

मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा कि यूनियन कार्बाइड का कचरा जलाने का विरोध कर रहे दो युवकों ने आज आत्मदाह का प्रयास किया और वे बुरी तरह झुलस गए। मैं दोनों युवकों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ। साथ ही मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव से मेरा आग्रह है कि यह मामला अत्यंत संवेदनशील है। इसलिए सभी पक्षों को विश्वास में लेकर ही इस पर आगे कोई क़दम बढ़ाया जाए।

कमलनाथ ने आगे कहा कि इंदौर और पीथमपुर में सामाजिक कार्यकर्ता, नागरिक तथा कांग्रेस और भाजपा दोनों दलों के नेता इस कार्यवाही का विरोध कर रहे हैं। इसलिए जनभावनाओं और जन स्वास्थ्य को निगाह में रखते हुए ही कोई क़दम उठाना बेहतर होगा।