देश में लगातार 11वें दिन बढ़े पेट्रोल-डीज़ल के दाम, दिल्ली में पेट्रोल पहली बार 90 के पार

Petrol Diesel Price: पेट्रोल-डीज़ल के दाम आसमान पर, देश के कई शहरों में 100 रुपये/लीटर से ज़्यादा हुआ पेट्रोल का दाम, कांग्रेस का शनिवार को मध्य प्रदेश बंद का एलान

Updated: Feb 19, 2021, 03:53 AM IST

Photo Courtesy : Twitter/ANI
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नई दिल्ली। पेट्रोल-डीज़ल के दामों में बढ़ोतरी का सिलसिला लगातार 11वें दिन भी जारी रहा। आज सुबह 6 बजे की गई बढ़ोतरी के बाद देश की राजधानी दिल्ली में पहली बार पेट्रोल के दाम 90 रुपये प्रति लीटर से ज्यादा हो गए। मध्य प्रदेश और राजस्थान के कई शहरों में तो पेट्रोल का भाव सेंचुरी बना चुका है या उसके बेहद करीब है। दिल्ली और मुंबई में पेट्रोल के भाव अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गए हैं। मध्य प्रदेश के अनूपपुर में तो पेट्रोल 100 रुपये 25 पैसे और डीजल 90.35 रुपये में बिक रहा है। पेट्रोल-डीज़ल और रसोई गैसे के दामों में लगी इस आग के खिलाफ कांग्रेस ने शनिवार को मध्य प्रदेश बंद का एलान किया है।

सरकारी तेल कंपनियों ने आज डीज़ल की कीमतों में 33 से 35 पैसे तक की बढ़ोतरी की है, जबकि पेट्रोल के दाम भी 30 से 31 पैसे तक बढ़े हैं। इस बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में पेट्रोल का दाम 90.19 रुपये प्रति लीटर और डीजल का भाव 80.60 रुपये प्रति लीटर तक जा पहुंचा है। मुंबई में पेट्रोल 96.62 रुपये और डीजल 87.67 रुपये प्रति लीटर की दर से बिकने लगा है। कोलकाता में डीज़ल आज 84.19 रुपये और पेट्रोल 91.41 रुपये प्रति लीटर की दर से बिक रहा है। चेन्नई में डीज़ल का दाम 85.63 रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल का 92.25 रुपये प्रति लीटर हो गया है। 

इस बीच, राजस्थान और मध्य प्रदेश में पेट्रोल की कीमतें गुरुवार को ही 100 रुपये प्रति लीटर के पार पहुंच चुकी हैं। गुरुवार को भी पेट्रोल की कीमत में 34 पैसे और डीजल की कीमत में 32 पैसे की वृद्धि की गई थी। स्थानीय टैक्स में फर्क के कारण अलग-अलग राज्यों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में अंतर रहता है।  पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हर दिन सुबह 6 बजे बदलाव होता है। पेट्रोल और डीजल के दाम में काफी बड़ा हिस्सा केंद्र सरकार द्वारा वसूले जाने वाले एक्साइज और सरकारों के वैट का होता है। इसके अलावा डीलर कमीशन भी इसमें जुड़ता है।

पेट्रोल-डीज़ल के दामों में इस बढ़ोतरी के लिए मोदी सरकार के पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान अंतरराष्ट्रीय मूल्यों में बढ़ोतरी और तेल उत्पादक देशों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। जबकि खुद प्रधानंमत्री मोदी इसका ठीकरा पिछली सरकारों पर फोड़ते हैं। लेकिन क्या वाकई आज पेट्रोल-डीज़ल के दाम पिछली सरकारों की वजह से बढ़ रहे हैं? दरअसल, सच्चाई इसके बिलकुल विपरीत है। दरअसल भारत में तेल के दाम इसलिए आसमान छू रहे हैं क्योंकि नरेंद्र मोदी की सरकार अपने अबतक के कार्यकाल में डीजल पर एक्साइज ड्यूटी करीब 9 गुना और पेट्रोल पर करीब तीन गुना बढ़ा चुकी है।

मनमोहन सिंह की सरकार के कार्यकाल में डीजल पर जो एक्साइज ड्यूटी करीब 3.50 रुपए प्रतिलीटर थी, वो अब बढ़कर 32 रुपए प्रति लीटर हो चुकी है। पेट्रोल पर एक्साइज़ ड्यूटी भी करीब 9 रुपए प्रतिलीटर से बढ़कर लगभग 33 रुपये प्रतिलीटर हो चुकी है। ऐसे में मोदी सरकार अगर एक्साइज ड्यूटी को उतना ही कर दे, जितना उनकी पिछली सरकार के कार्यकाल में था, तो भी जनता को भारी राहत मिल सकती है। लेकिन मौजूदा सरकार जनता को राहत देने के लिए टैक्स घटाने से साफ इनकार कर चुकी है। ऐसे में महंगे तेल के लिए पिछली सरकारों पर ठीकरा फोड़ना सच्चाई पर पर्दा डालने की कोशिश के सिवा कुछ भी नहीं है।