मिथुन चक्रवर्ती को दादा साहब फाल्के पुरस्कार, भारतीय सिनेमा में योगदान के लिए किया जाएगा सम्मानित
बॉलीवुड के लेजेंडरी एक्टर मिथुन चक्रवर्ती को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इस बात की घोषणा केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री ने की है।
नई दिल्ली। बॉलीवुड के लेजेंडरी एक्टर मिथुन चक्रवर्ती को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इस बात की घोषणा केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने की है। 8 अक्टूबर को 70वीं नेशनल फिल्म अवॉर्ड सेरेमनी में मिथुन को सम्मान दिया जाएगा।
अश्विनी वैष्णव ने इसका ऐलान करते हुए X लिखा, 'मिथुन दा की उल्लेखनीय सिनेमैटिक जर्नी कई जनरेशन्स को इंस्पायर करती है। ये अनाउंस करते हुए गर्व महसूस हो रहा है कि दादा साहेब फाल्के सिलेक्शन जूरी ने इस साल लेजेंड्री एक्टर मिथुन चक्रवर्ती को उनके भारतीय सिनेमा को दिए आइकॉनिक योगदान के लिए ये अवॉर्ड देने का फैसला किया है।'
मिथुन चक्रवर्ती का जन्म 16 जून 1950 को कोलकाता में हुआ था। उनका असली नाम गौरांग चक्रवर्ती है। मिथुन ने 1976 की आर्ट फिल्म मृगया से एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी। इस फिल्म के लिए उन्हें पहला नेशनल अवॉर्ड मिला था। मिथुन अपने करियर में 3 नेशनल अवॉर्ड हासिल कर चुके हैं। उन्हें दूसरा नेशनल अवॉर्ड 1993 की फिल्म तहादेर कथा, जबकि तीसरा नेशनल अवॉर्ड 1996 की स्वामी विवेकानंद के लिए मिला।
करीब 4 दशकों के एक्टिंग करियर में मिथुन बंगाली, हिंदी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़,ओडिया और भोजपुरी जैसी कई भाषाओं की 350 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके हैं। 80-90 के दशक के बीच मिथुन भारत के हाईएस्ट पेड एक्टर्स में से एक रहे हैं। मिथुन चक्रवर्ती की आखिरी रिलीज हुई हिंदी फिल्म साल 2022 की द कश्मीर फाइल्स थी। जनवरी 2024 में मिथुन चक्रवर्ती को पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।