नकली उर्वरक पकड़ने के लिए 30 फीसदी नमूने जांचें जाएं

मध्य प्रदेश किसान कांग्रेस के अध्यक्ष केदार शंकर सिरोही ने मांग की है कि कम से कम 30 प्रतिशत एसएसपी उर्वरक नमूनों की फिर से जांच की जाए।

Publish: Jun 21, 2020, 02:51 AM IST

प्रदेश में कृषि विभाग द्वारा खरीफ फसलों की गुणवत्ता जांचने के लिए चलाए जा रहे गुणवत्ता नियंत्रण अभियान की किसान कांग्रेस ने आलोचना की है। किसान कांग्रेस का कहना है कि कृषि विभाग द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान का उद्देश्य अच्छा तो है लेकिन यह धरातल पर उतरता नहीं दिखा रहा है। अभियान का उद्देश्य अच्छा होने के बावजूद इसका क्रियान्वयन ठीक से नहीं हो पा रहा है।

किसान कांग्रेस मध्य प्रदेश के अध्यक्ष केदार शंकर सिरोही ने कृषि विभाग के संचालक को पत्र लिख कर बताया है कि उनका विभाग अच्छे एसएसपी उर्वरक उत्पादों के नमूने फेल कर देता है। जो अमानक एसएसपी उर्वरक बनाने वाले ब्रांड हैं, वो विभाग द्वारा सैंपलिंग किए जाने के बाद विभाग के साथ मिल कर अधिकांश जगह नमूने को बदलकर मास्टर नमूना परीक्षण के लिए लैब में टेस्टिंग के लिए भेजते हैं जिससे कि नकली उर्वरक लैब से पास हो जाता है तो वहीं अच्छे और असली एसएसपी उर्वरक टेस्टिंग में फेल हो जाते हैं।

नकली एसएसपी उर्वरक की गुणवत्ता सुधार हेतु कदम उठाएं

मध्य प्रदेश किसान कांग्रेस के अध्यक्ष केदार शंकर सिरोही ने एसएसपी उर्वरक की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए कहा है। केदार शंकर सिरोही ने कहा है कि अब तक जिस जिस जगह से एसएसपी उर्वरक के सैंपल लिए गए हैं उन्हीं जगह पर राजस्व विभाग के साथ टीम बनाकर कम से कम 30 प्रतिशत नमूनों की फिर से जांच की जाए। इसके साथ ही सिरोही ने यह भी अपील की है कि सहकारिता में बिक्री करने वाले प्रत्येक ब्रांड के कम से कम दो नमूने लिए जाएं। सिरोही ने अपने पत्र में एसएसपी उर्वरक की गुणवत्ता विशेष निगरानी में करने का फैसला लेने का अनुरोध किया।