इकॉनमी को पटरी पर ला सकते हैं कोरोना से उबर चुके मरीज

प्रतिरक्षा क्षमता के चलते ये लोग अधिक जोखिम वाली जगहों पर काम कर सकते हैं.

Publish: May 11, 2020, 07:08 AM IST

दुनिया के कई हिस्सों में अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने के लिए लॉकडाउन में छूट दिए जाने के साथ कोविड-19 संक्रमण से उबर चुके मरीज संक्रमण की दर को घटाने में मदद कर सकते हैं. एक अध्ययन में यह कहा गया है.

वैज्ञानिकों ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण से उबर चुके लोगों की बढ़ी हुई प्रतिरक्षा क्षमता अधिक जोखिम वाली जगहों पर काम आ सकती है. उबर चुके लोग बाकी लोगों की जगह काम कर सकते हैं. इससे आर्थिक गतिविधियां भी चलती रहेंगी और दूसरे लोगों को संक्रमण का खतरा भी नहीं होगा.

रिसर्च करने वाले दल में अमेरिका स्थित जॉर्जिया प्रौद्योगिकी संस्थान के रिसर्चर भी शामिल हैं.

उन्होंने बताया कि यह ‘प्रतिरक्षा कवच’ आगे होने वाले संक्रमण से सुरक्षा प्रदान करेगा.

नेचर मेडिसिन जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक जब संक्रमण से उबर चुके लोगों का संक्रमित और संक्रमण के संदिग्ध लोगों से संपर्क कराया जाएगा तो संपूर्ण संक्रमण दर में संभवत: कमी आ सकती है.

वैज्ञानिकों ने सुझाव दिया है कि प्रतिरक्षा कवच के आधार वाली यह रणनीति व्यापक आर्थिक गतिविधियों में लोगों के बीच अधिक संपर्क होने की इजाजत दे सकती है.

उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या आधिकारिक आंकड़ों की तुलना में कहीं अधिक होने की संभावना है.

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इस रणनीति के बारे में वैज्ञानिकों ने कहा कि नए कोरोना वायरस के खिलाफ प्रतिरक्षा की अवधि अभी अज्ञात है.

हालांकि, इससे पहले के सार्स विषाणु के खिलाफ लोगों में कम से कम दो साल की प्रतिरक्षा क्षमता रही है.

अध्ययन दल में शामिल संस्थान के जोशुआ वेत्ज ने कहा कि इससे इस बारे में सोचा जा सकता है कि संक्रमण से उबर चुका व्यक्ति किस तरह लोगों के सामूहिक हित में मदद कर सकता है.