Joe Biden: भारत को सुरक्षा परिषद का सदस्य बनने में करेंगे मदद

Joe Biden: भारत-अमेरिका रक्षा संबंधों को मजबूत करेंगे। आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। राष्ट्रपति बनने पर करेंगे भारत की मदद

Updated: Aug 17, 2020, 09:00 AM IST

Photo Courtesy: Swaraj Express
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अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन के चुनाव कैंपेन के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा है कि बाइडेन प्रशासन अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं में भारत की अग्रणी भूमिका की वकालत करेगा और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार के बाद सदस्य बनने में भारत की मदद करेगा। पूर्व राजनयिक और बाइडेन के शीर्ष विदेश नीति सलाहकार टोनी ब्लिंकेन ने कहा कि बाइडेन प्रशासन दक्षिण एशिया में आतंकवाद को कतई सहन ना करने की नीति अपनाएगा।

ब्लिंकेन ने ‘‘जो बाइडेन प्रशासन में भारतीय-अमेरिकी और अमेरिका एवं भारत के संबंध’’ विषय पर पैनल चर्चा के दौरान कहा कि अगर बाइडेन चुनाव जीत जाते हैं, तो वह भारत को सुरक्षा परिषद में सीट दिलवाने में मदद करेंगे और भारत एवं अमेरिका के रक्षा संबंधों को मजबूत करेंगे।

उन्होंने भारत में अमेरिका के पूर्व राजदूत रिचर्ड वर्मा के एक सवाल के जवाब में कहा कि उनका मानना है कि जो बाइडेन राष्ट्रपति के तौर पर लोकतंत्र को पुनर्जीवित करने के लिए और भारत जैसे निकट सहयोगियों के साथ काम करेंगे।

ब्लिंकेन से सवाल किया गया था कि दुनिया हिंद-प्रशांत क्षेत्र एवं भारतीय सीमा पर चीनी आक्रामकता को देख रही है और भारत सीमा पार आतंकवाद के खतरों का सामना कर रहा है, ऐसे में अमेरिका में बाइडेन प्रशासन भारत का किस प्रकार समर्थन करेगा।

उन्होंने कहा, ‘‘ओबामा प्रशासन में, हमने हिंद-प्रशांत रणनीति के अहम सहयोगी के तौर पर भारत को स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई।’’

ब्लिंकेन ने कहा, ‘‘इस भूमिका को क्षेत्र से आगे भी पूरी दुनिया में बढ़ाने की आवश्यकता है। बाइडेन प्रशासन में हम इस बात की वकालत करेंगे कि भारत अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं में अग्रणी भूमिका निभाए। इनमें संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार के बाद उसमें भारत को सीट दिलाने में मदद करना भी शामिल है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम भारत की रक्षा और आतंकवाद के खिलाफ साझेदार के तौर पर उसकी क्षमताओं को मजबूत करने के लिए मिलकर काम करेंगे।’’

ब्लिंकेन ने कहा कि बाइडेन प्रशासन दक्षिण एशिया समेत पूरी दुनिया में आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति अपनाएगा।