भारतीय मूल के जोहरान ममदानी बने न्यूयॉर्क सिटी के मेयर, ट्रंप की धमकी के बावजूद दर्ज की शानदार जीत
भारतीय मूल के डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट जोहरान ममदानी ने न्यूयॉर्क सिटी मेयर चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज की। उन्होंने 50.6% वोट पाकर पूर्व गवर्नर एंड्रयू कुओमो और रिपब्लिकन कर्टिस स्लिवा को हराया।
न्यू यॉर्क। भारतीय मूल के डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट जोहरान ममदानी ने अमेरिकी राजनीति के सबसे प्रतिष्ठित शहरी चुनावों में से एक, न्यूयॉर्क सिटी मेयर का चुनाव में शानदार जीत हासिल की है। 34 वर्षीय ममदानी ने 948,202 वोट हासिल किए जो कुल वोटों का 50.6 प्रतिशत है। उन्होंने न सिर्फ रिपब्लिकन उम्मीदवार कर्टिस स्लिवा को बल्कि राजनीतिक रूप से बेहद प्रभावशाली पूर्व गवर्नर एंड्रयू कुओमो को भी हराया जो इस बार स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में मैदान में थे।
पूर्व गवर्नर एंड्रयू कुओमो जिन्होंने पहले डेमोक्रेटिक प्राइमरी में ममदानी से हारने के बाद निर्दलीय रूप से चुनाव लड़ा था। उन्हें 776,547 वोट यानी 41.3 प्रतिशत मत मिले। रिपब्लिकन उम्मीदवार कर्टिस स्लिवा तीसरे स्थान पर रहे। उन्हें 137,030 वोट मिले। ट्रंप के खुले समर्थन के बावजूद कुओमो ममदानी को मात नहीं दे पाए।
चुनाव में कुल 83 प्रतिशत मतदान हुआ जो 1969 के बाद सबसे ज्यादा वोट प्रतिशत का रिकॉर्ड है। न्यूयॉर्क सिटी इलेक्शन बोर्ड के मुताबिक, इस बार दो मिलियन से अधिक वोट डाले गए। मैनहट्टन में सबसे ज्यादा 444,439 वोट पड़े। उसके बाद ब्रुकलिन में 571,857, क्वींस में 421,176, ब्रोंक्स में 187,399 और स्टेटन आइलैंड में 123,827 वोट पड़े।
जोहरान ममदानी की जीत से पहले डोनल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर पोस्ट कर लोगों से उन्हें वोट न देने की अपील की थी। ट्रंप ने कहा था कि अगर कम्युनिस्ट उम्मीदवार ममदानी मेयर बनते हैं तो यह आर्थिक और सामाजिक आपदा साबित होगी। उन्होंने यहां तक चेतावनी दी थी कि ममदानी की जीत की स्थिति में वह न्यूयॉर्क के लिए फेडरल फंड में कटौती कर देंगे। ट्रंप ने अपने पोस्ट में लिखा था, “अगर जोहरान ममदानी जीत जाते हैं तो मैं अपने प्यारे पहले घर न्यूयॉर्क के लिए न्यूनतम आवश्यक राशि से अधिक यूनियन फंड नहीं भेज पाऊंगा।”
जोहरान ममदानी ने इस जीत के साथ न्यूयॉर्क सिटी के 100 साल के इतिहास में एक नया अध्याय लिखा है। वे शहर के पहले भारतवंशी, पहले मुस्लिम और अब तक के सबसे युवा मेयर बन गए हैं। उनकी यह जीत डेमोक्रेटिक पार्टी के भीतर विचारधारात्मक संघर्ष और पीढ़ियों के टकराव की भी परीक्षा थी। उन्होंने न सिर्फ पार्टी की प्रगतिशील विचारधारा को आगे बढ़ाया बल्कि यह भी साबित किया कि जनता अब परंपरागत राजनीति से परे बदलाव चाहती है।
जीत के बाद ममदानी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर कहा, “यह जीत सिर्फ मेरी नहीं, हर न्यू यॉर्कर की है। यह टैक्सी ड्राइवरों से लेकर खाना बनाने वाले कर्मचारियों तक की जीत है।” उन्होंने आगे कहा, “भविष्य अब हमारे हाथों में है।” अपने प्रतिद्वंद्वी कुओमो की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, “हमने एक राजनीतिक वंश को हरा दिया है। मैं उन्हें निजी जीवन के लिए शुभकामनाएं देता हूं लेकिन आज उनका नाम आखिरी बार ले रहा हूं।”
न्यूयॉर्क के अलावा डेमोक्रेटिक पार्टी ने वर्जीनिया और न्यू जर्सी में भी बड़ी जीत दर्ज की है। वर्जीनिया में अबीगेल स्पैनबर्गर ने गवर्नर चुनाव जीतकर राज्य की पहली महिला गवर्नर बनने का गौरव हासिल किया। जबकि, गजाला हाशमी नई लेफ्टिनेंट गवर्नर बनीं। वहीं, न्यू जर्सी में डेमोक्रेट मिकी शेरिल ने रिपब्लिकन गवर्नर ग्लेन यंगकिन को हराकर गवर्नर का पद संभालने की राह बनाई।




