Rajnath Singh चीन से विवाद के बीच रूस के दौरे पर
मॉस्को में आयोजित कार्यक्रम में चीनी मंत्री भी हिस्सा लेंगे, लेकिन दोनों देशों के बीच चल रहे मौजूदा तनाव के कारण राजनाथ की उनसे मुलाकात नहीं होगी

भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चल रहे विवादों के बीच केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मॉस्को के लिए रवाना हुए। राजनाथ की तीन दिवसीय रूस यात्रा काफी अहम माना जा रहा है। इस दौरान वे द्वितीय विश्व युद्ध में जर्मनी पर सोवियत संघ की विजय की 75 वीं वर्षगांठ के मौके पर आयोजित विक्ट्री डे परेड में हिस्सा लेंगे। खास बात यह है कि इस दौरान चीनी मंत्री भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे, लेकिन दोनों देशों के बीच चल रहे मौजूदा तनाव के कारण राजनाथ की उनसे मुलाकात नहीं होगी।
दरअसल, दूसरे विश्व युद्ध में जर्मनी पर सोवियत संघ की जीत को 75 साल पूरे हो रहे हैं। इस मौके पर रूस में एक विक्ट्री परेड निकाली जा रही है जिसमें तीनों भारतीय सेना के कुल 75 जवान भी शामिल होंगे। इसके पहले परेड का आयोजन मई के महीने में निकलनी थी, लेकिन कोरोना संकट की वजह से टल गई थी। यह परेड 24 जून को निकली जाएगी इसलिए राजनाथ का यह दौरा तीन दिनों का होगा। भारतीय सेना के जवान परेड में हिस्सा लेने के लिए पहले ही रूस पहुंच गए हैं। इस परेड में हिस्सा लेने वाली टुकड़ी का नेतृत्व वीर सिख लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट के एक बड़े रैंक के अधिकारी द्वारा किया जा रहा है। इस दौरान कई अन्य देशों के प्रतिनिधि भी वहां मौजूद रहेंगे।
Leaving for Moscow on a three day visit. The visit to Russia will give me an opportunity to hold talks on ways to further deepen the India-Russia defence and strategic partnership. I shall also be attending the 75th Victory Day Parade in Moscow.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) June 22, 2020
डिफेंस साझेदारी पर होगी चर्चा
मॉस्को के लिए रवाना होने से पहले गृह मंत्री ने ट्वीट कर इस यात्रा की जानकारी दी है। उन्होंने बताया है कि रूस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच डिफेंस और रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के किए चर्चा होगी। बताया जा रहा है कि इस दौरान भारत एस-400 मिसाइल सिस्टम की जल्द डिलीवरी समेत कई अन्य रक्षा सौदों पर भी बात करेगा। बता दें कि कोरोना संकट के कारण रूस ने इस मिसाइल सिस्टम की आपूर्ति में दिसंबर 2021 तक कि देरी की है। भारत पिछले साल ही इसके लिए 40 हजार करोड़ रुपए का भुगतान कर चुका है।