चार लीटर पेंट के लिए लगाए 168 मजदूर और 65 मिस्त्री, शहडोल में रंगाई-पुताई के नाम पर लाखों का घोटाला

शहडोल में स्कूलों की रंगाई-पुताई के नाम पर लाखों का घोटाला सामने आया है। केवल 4 लीटर पेंट के लिए 168 मजदूरों और 65 मिस्त्रियों को लगाकर 1 लाख से ज्यादा की मजदूरी दिखाई गई। वायरल बिल के बाद कलेक्टर ने जांच के आदेश दिए हैं और दोषियों से राशि वसूली के निर्देश दिए हैं।

Publish: Jul 05, 2025, 06:05 PM IST

शहडोल| मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में शिक्षा विभाग से जुड़ा एक चौंकाने वाला घोटाला सामने आया है, जिसमें स्कूलों की रंगाई-पुताई और मरम्मत के नाम पर लाखों रुपये खर्च कर दिए गए। सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक बिल ने इस फर्जीवाड़े का खुलासा किया। मामला ब्यौहारी विकासखंड के शासकीय हाईस्कूल सकंदी और उच्चतर माध्यमिक विद्यालय निपनिया का है। वायरल बिल में दावा किया गया है कि सिर्फ चार लीटर ऑयल पेंट की पुताई के लिए 168 मजदूरों और 65 मिस्त्रियों को लगाया गया, जिनकी मजदूरी में कुल 1,06,984 रुपये खर्च किए गए। पेंट की कीमत सिर्फ 784 रुपये थी।

इसी तरह निपनिया स्कूल में 20 लीटर पेंट के लिए 275 मजदूरों और 150 मिस्त्रियों को काम पर लगाया गया, जिनकी मजदूरी 2,31,650 रुपये बताई गई है। यह सभी भुगतान 5 मई 2025 के बिलों के आधार पर किए गए, जिन पर संबंधित प्राचार्यों और जिला शिक्षा अधिकारी के हस्ताक्षर व सरकारी मुहरें भी लगी हुई हैं। खास बात यह है कि दोनों स्कूलों में यह काम एक ही ठेकेदार सुधाकर कंस्ट्रक्शन के जरिए कराया गया।

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सोशल मीडिया पर जब यह बिल वायरल हुआ, तो मामला कलेक्टर डॉ. केदार सिंह के संज्ञान में आया। उन्होंने तत्काल जांच के आदेश दिए और जिला शिक्षा अधिकारी फूल सिंह मारपाची को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। साथ ही यह भी निर्देश दिए गए हैं कि जिन अधिकारियों ने भुगतान किया है, उनसे राशि की वसूली की जाए और उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाए। इसके अलावा अन्य स्कूलों के बिलों की भी जांच कराई जाएगी। यह घोटाला प्रदेश में सरकारी धन के दुरुपयोग और शिक्षा विभाग में फैले भ्रष्टाचार की गंभीर तस्वीर पेश करता है।