झूलेलाल मंदिर हादसे में अबतक 35 की मौत, सेना ने रातभर चलाया सर्च ऑपरेशन

झूलेलाल मंदिर की बावड़ी से देर रात 22 शव और निकाले गए जिसके बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 35 हो गई है। फिलहाल सर्च ऑपरेशन जारी है। आर्मी ने मौके पर मोर्चा संभाल रखा है।

Updated: Mar 31, 2023, 09:11 AM IST

इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में रामनवमी पर हुए हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 35 हो गई है। इसके पहले 13 मौत की ही जानकारी थी, लेकिन देर रात बावड़ी से 22 और शव निकाले गए। दो लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। मौके पर सर्च ऑपरेशन लगातार जारी है। 

इंदौर संभाग के आयुक्त ने बताया है कि NDRF के बाद सेना ने भी मोर्चा संभाल लिया है। देर रात सेना के जवानों ने ही सर्च ऑपरेशन चलाया जिसके बाद बड़ी संख्या में लोगों के शव बावड़ी से बाहर निकाले गए। बता दें कि रामनवमी के दिन गुरुवार को दिन में लगभग 11:30 बजे ये हादसा हुआ था, जिसने पूरे देश को हिला कर रख दिया। इस हादसे में एक दो नहीं बल्कि अब तक 35 जानें जा चुकी है। 

सर्च ऑपरेशन में 140 लोगों की टीम जुटी हुई है, जिसमें 15 जवान एनडीआरएफ के 50 जवान एसडीआरएफ और 75 जवान आर्मी के मिलकर ऑपरेशन चला रहे हैं। इंदौर जिले के महू आर्मी हेडक्वार्टर से आर्मी जवानों का दल रात में घटनास्थल पर बुलाया गया था। आर्मी के मौके पर पहुंचने के बाद ही लाशों का निकलने की गति तेज हुई। इसके पहले पुलिस ने 13 शव निकाले थे और कहा था कि सर्च ऑपरेशन पूरी हो गई है। हालांकि, स्थानीय लोग बता रहे थे कि उनके परिजन लापता हैं, ऐसे में एक बार फिर से तलाशी अभियान चलाया गया।

गुरुवार शाम तक जिन 18 लोगों का रेस्क्यू किया गया था। इनमें दो को उपचार के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया, बाकी सभी का इलाज अस्पतालों में चल रहा है। जिन लोगों की शिकायतें मिली, उस हिसाब से अभी भी 2 लोग मिसिंग हैं। 40 फीट गहरे इस कुएं में रेस्क्यू ऑपरेशन में एक दिक्कत यह आ रही है कि जब पानी कुएं से पूरा खाली कर दिया जाता है, तो आधे घंटे में ही फिर से चार से पांच फीट तक पानी कुएं में भर जाता है।

गुरुवार को घटनास्थल पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी पहुंचे थे और पीड़ितों से मुलाकात की थी। सिंह को स्थानीय रहवासियों ने बताया कि वे बावड़ी पर स्लैब डालकर मंदिर के संचालन को लेकर पहले से आशंकित थे। उन्होंने कई बार जिला प्रशासन को शिकायत भी की थी। बावजूद शासन-प्रशासन की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया। सिंह ने कहा कि, 'स्थानीय लोगों की शिकायतों के बावजूद कार्रवाई क्यों नहीं हुई? बावड़ी के ऊपर स्लैब डालने की परमिशन किसने दी? इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए।'

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बता दें कि इंदौर के श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में रामनवमी के मौके पर सुबह से हवन किया जा रहा था। मंदिर में बावड़ी के ऊपर की छत के ऊपर बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। वजन ज्यादा होने के कारण बावड़ी का छत धंस गया और 50 से अधिक लोग 40 फीट गहरे बावड़ी में जा गिरे। घटना के वक्त मौके पर अफरा तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई। सूचना मिलने पर प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। इस हादसे में अबतक 35 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि डेढ़ दर्जन लोग घायल हैं।