झूलेलाल मंदिर हादसा: घटनास्थल पर पहुंचे पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, पीड़ितों से की मुलाकात

इससे वीभत्स दुर्घटना क्या हो सकती है? रहवासियों ने कई बार इसकी शिकायत की थी। एक बावड़ी के ऊपर इतना कमजोर निर्माण किया गया जो कि 30 से 35 लोगों का वजन नहीं झेल पाया। इसकी तो जांच होनी चाहिए: पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह

Updated: Mar 30, 2023, 07:36 PM IST

इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में रामनवमी पर हुए हादसे को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने गहरा दुख जताया है। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह मौके पर पहुंचे और घायलों से उनका हालचाल जाना। सिंह ने इस दौरान बावड़ी के ऊपर हुए कमजोर निर्माण कार्य पर सवाल खड़े करते हुए उच्चस्तरीय जांच की भी मांग की।

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने घटनास्थल पर मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान कहा, 'इससे वीभत्स दुर्घटना और क्या हो सकती है? रहवासियों ने कई बार जिला प्रशासन को शिकायत की थी, लेकिन किस दबाव में जिला प्रशासन ने यहां पर काम नहीं किया? यह जांच का विषय है। एक बावड़ी के ऊपर इतना कमजोर निर्माण किया गया जो कि 30 से 35 लोगों का वजन तक नहीं झेल पाया। बावड़ी के ऊपर स्लैब डालने की परमिशन किसने दी? इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। शिकायतों के बावजूद कार्रवाई क्यों नहीं हुई?'

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इस घटना को लेकर दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट किया, "इंदौर में बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में उत्सव के दौरान हुए हादसे की खबर बहुत दुखद है। इस दुर्घटना में जिनकी मृत्यु हुई, उनके परिवारजनों को मैं अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। सभी घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की आशा करता हूं।"

इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से रेस्क्यू ऑपरेशन में हरसंभव मदद की अपील की थी। प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, "इंदौर (मप्र) के बेलेश्वर महादेव मंदिर में हुए हादसे का समाचार पाकर मन को बेहद दुख पहुंचा। मृतकों के परिजनों के प्रति मेरी गहरी शोक संवेदनाएं। ईश्वर से प्रार्थना है कि घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ मिले। कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील है कि राहत एवं बचाव कार्य में हरसंभव मदद करें।"

बता दें कि इंदौर के श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में रामनवमी के मौके पर सुबह से हवन किया जा रहा था। मंदिर में बावड़ी के ऊपर की छत के ऊपर बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। वजन ज्यादा होने के कारण बावड़ी का छत धंस गया और करीब 33 लोग 40 फीट गहरे बावड़ी में जा गिरे। घटना के वक्त मौके पर अफरा तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई। सूचना मिलने पर प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। हालांकि, तंग जगह होने की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में काफी देर हुई। इस हादसे में अबतक 13 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 20 घायल हैं।