भारत जोड़ो न्याय यात्रा की बिहार में एंट्री, राहुल गांधी बोले- ये सामाजिक न्याय की भूमि है

राहुल गांधी ने कहा कि अब हम बिहार आए हैं जो सामाजिक न्याय की भूमि है। जब भी सामाजिक न्याय की चर्चा शुरू होती है, तो लोग बिहार की ओर देखते हैं, इसलिए यह बिहार के लोगों की जिम्मेदारी है कि वे सामाजिक न्याय के बारे में जागरूकता पैदा करें।

Updated: Jan 29, 2024, 04:42 PM IST

किशनगंज। राहुल गांधी की अगुवाई में निकाली जा रही कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा बिहार में प्रवेश कर चुकी है। राहुल गांधी सोमवार बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर से बिहार के किशनगंज पहुंचे। यहां स्टेडियम में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा देश में RSS और भाजपा की विचारधारा ने हिंसा और नफरत फैला रखी है। 

बिहार में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के पहले दिन राहुल गांधी ने किशनगंज में रैली को संबोधित करते हुए कहा कि देश तभी विकसित होगा, जब लोगों को सामाजिक और वित्तीय न्याय मिलेगा। यही वजह है कि देश में जाति आधारित जनगणना जरूरी है। एक बार लोगों को अपनी वास्तविक आबादी का पता चल जाए तो उन्हें सामाजिक और वित्तीय न्याय मिलने से कोई नहीं रोक सकता और देश भी प्रगति करेगा।'

कांग्रेस नेता ने कहा, 'मैं मणिपुर से आया हूं और बीजेपी की विचारधारा को करीब से देखा हूं। मैं मणिपुर के लोगों से बातचीत करता हूं। वह राज्य सात महीने से बीजेपी और आरएसएस की विभाजनकारी विचारधारा के कारण जल रहा है। उन्होंने मणिपुर में लोगों को दो समुदायों में बांट दिया है। हालात ऐसे हैं कि दोनों पक्ष एक-दूसरे के दुश्‍मन बने हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि देश के प्रधानमंत्री पिछले सात महीनों से वहां नहीं गए हैं।'

कांग्रेस नेता ने कहा कि दो भाइयों के बीच झगड़ा कराना बीजेपी और आरएसएस की विचारधारा है। वे नफरत की राजनीति में विश्वास करते हैं और इसलिए हमने 'मोहब्बत की दुकान' के बारे में बात की है। राहुल गांधी ने कहा कि नफरत को नफरत से ख़त्म नहीं किया जा सकता यह केवल प्यार से ही खत्म होता है और इसीलिए मैंने मोहब्बत की दुकान के बारे में बात की है।

राहुल गांधी ने कहा, 'अब हम बिहार आए हैं जो सामाजिक न्याय की भूमि है। मेरा दृढ़ विश्वास है कि देश तभी विकसित होगा, जब प्रत्येक देशवासी को सामाजिक और आर्थिक न्याय मिलेगा। इसलिए, मैं देश में लोगों के सामाजिक और वित्तीय न्याय की बात कर रहा हूं। जब भी सामाजिक न्याय की चर्चा शुरू होती है, तो लोग बिहार की ओर देखते हैं, इसलिए यह बिहार के लोगों की जिम्मेदारी है कि वे सामाजिक न्याय के बारे में जागरूकता पैदा करें और इसके लिए लड़ें।'

राहुल गांधी ने कहा, 'मैं आपको यह भी बताना चाहता हूं कि देश में ओबीसी समुदाय 50 प्रतिशत है, लेकिन जब भागीदारी की बात आती है, तो उनके हाथ में कुछ भी नहीं है। इससे साबित किया जा सकता है कि केंद्र सरकार को 90 आईएएस अधिकारी चला रहे हैं। वे रक्षा, कृषि, सिंचाई, उद्योग, सड़क आदि में सभी बजट बनाते हैं और धन का वितरण करते हैं, और मैं आपको सूचित करना चाहता हूं कि केवल तीन आईएएस अधिकारी ओबीसी समुदाय से हैं और वे देश के कुल बजट का केवल 5 प्रतिशत वितरित करते हैं।'

कांग्रेस नेता ने कहा, 'यह केंद्र सरकार की वास्तविकता है और देश में ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि लोगों को अपनी ताकत का पता नहीं है। यही वजह है कि देश में जाति आधारित जनगणना जरूरी है। एक बार लोगों को अपनी वास्तविक आबादी का पता चल जाए तो उन्हें सामाजिक और वित्तीय न्याय मिलने से कोई नहीं रोक सकता और देश भी प्रगति करेगा।' बता दें कि आज 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' का 16वां दिन है। बिहार में 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' किशनगंज, अररिया, पूर्णिया और कटिहार से होकर जाएगी। बिहार से यात्रा पुनः पश्चिम बंगाल में प्रवेश करेगी और मालदा, मुर्शिदाबाद और बीरभूम होते हुए यह यात्रा झारखंड में प्रवेश करेगी।