सांस लेने लायक नहीं भोपाल की हवा, 350 के पार पहुंचा AQI, NGT ने मुख्य सचिव को तलब किया

शहर में लगातार हो रही आतिशबाजी के चलते दो गुना तक बढ़ गया वायु प्रदूषण, बीते 10 दिनों से शहर का AQI लगातार पुअर कैटेगरी में बना हुआ है।

Updated: Nov 13, 2023, 04:15 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में बढ़ते वायू प्रदूषण को लेकर ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने चिंता जताई है। एनजीटी ने मुख्य सचिव को तलब किया है। दिवाली के मौके पर लगातार हुई आतिशबाजी के बीच रविवार रात दो घंटे में AQI (एयर क्वालिटी इंडेक्स) दो गुना बढ़ गया।

शहर में शाम से जारी आतिशबाजी के बीच रात करीब 10 बजे तक AQI 150-170 दर्ज किया गया था, जो रात करीब 2 बजे बढ़कर 353 (वेरी पुअर) पर पहुंच गया। इसी के साथ सुबह शहर का एक्यूआई 350 के पार हो गया। जबकि रविवार दोपहर में एक्यूआई मॉडरेट कंडीशन में ही बना रहा था।

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भोपाल के सभी इलाकों में इस तरह से एक्यूआई बढ़ता नजर आया। वहीं दूसरी तरफ रविवार सुबह की बात करें तो एक्यूआई करीब 150 के आसपास दर्ज किया गया था। सोमवार सुबह भोपाल के ईदगाह हिल्स और कोहेफिजा इलाके में AQI 346 दर्ज किया गया, जबकि टीटी नगर में यह 353 और शाहपुरा में 351 दर्ज किया गया।

बीते 10 दिनों से शहर का AQI लगातार पुअर कैटेगरी में बना हुआ है। इससे पहले 7 नवंबर को एक्यूआई 318 दर्ज किया गया था। भोपाल में बढ़ते वायू प्रदूषण और इसे रोकने वाले जिम्मेदार विभागों की उदासीनता पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने नाराजगी जाहिर की है। मामले को गंभीरता से लेते हुए एनजीटी सेंट्रल बेंच ने मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव (सीएस) को तलब किया है।

हाल ही में एन्वायारमेंट एक्टीविस्ट नितिन सक्सेना द्वारा एनजीटी में दायर पत्र याचिका था। जिसमें बताया गया है कि कोलार में सिक्स लेन निर्माण की वजह ये यहां वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर से भी आगे निकल गया है। दरअसल, सिक्स लेन सड़क निर्माण के कारण पिछले करीब पांच महीने से पीएम-10 की वेल्यू 250 से 270 और कभी-कभी इससे भी ज्यादा रिकार्ड हो रही है। इतने प्रदूषण में रोजाना पांच से दस मिनट रुकने वाला इंसान भी फेफड़ों और सांस संबंधी बीमारी की चपेट में आ सकता है। जबकि आसपास की आबादी इस प्रदूषण भरे माहौल में 24 घंटे रहती है।