MP: 10 हाथियों की मौत के मामले में कार्रवाई, लापरवाही बरतने वाले 2 अधिकारी सस्पेंड
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से लगे चंदिया वन परिक्षेत्र में हाथी ने तीन लोगों को कुचल दिया था। इसमें दो लोगों की मौत हो गई थी। उस हाथी को रविवार शाम खितौली के जंगल से पकड़ लिया गया।
भोपाल। मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में स्थित बांधवगढ़ अभ्यारण में बीते कुछ दिनों में 10 हाथियों की मौत हो चुकी है। इस घटना को लेकर भोपाल से लेकर दिल्ली तक हड़कंप मचा हुआ है। अब इस मामले में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने बांधवगढ़ बाघ अभयारण्य (बीटीआर) के दो सीनियर अधिकारियों को निलंबित कर दिया है।
बताया जा रहा है कि बीटीआर के अंदर 10 हाथियों की मौत की जांच करने वाली उच्चस्तरीय टीम ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है जिसके बाद यह कार्रवाई की गई। सीएम ने लापरवाही बरतने के लिए टाइगर रिजर्व के डायरेक्टर गौरव चौधरी और एडीओ (एसीएफ) फतेह सिंह निनामा के खिलाफ कार्रवाई की है।
बांधवगढ़ बाघ अभयारण्य के निदेशक को फोन बंद करने, छुट्टी के बाद काम पर नहीं लौटने और अन्य कारणों से निलंबित कर दिया गया है। वहीं, फतेह सिंह पर भी जांच के समय नेतृत्व न करने और अधीनस्थों पर काम छोड़ने का आरोप है। रविवार शाम को सीएम डॉ. मोहन यादव ने वन विभाग के अधिकारियों की समीक्षा बैठक भी की और हाथियों की सुरक्षा को लेकर निर्देश दिए।
सीएम ने हाथियों के दल के स्थायी प्रबंधन के लिए टास्क फोर्स बनाने के भी आदेश दिए। इसमें विशेष प्रबंधन के लिए अन्य राज्यों की बेस्ट प्रैक्टिस को शामिल किया जाएगा। बफर एरिया और मैदानी इलाकों की फसलों को सुरक्षित करने के लिए सोलर फेंसिंग कराने के निर्देश दिए गए हैं।
उधर, उमरिया में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से लगे चंदिया वन परिक्षेत्र में हाथी ने तीन लोगों को कुचल दिया था। इसमें दो लोगों की मौत हो गई थी। उस हाथी को रविवार शाम खितौली के जंगल से पकड़ लिया गया। फिलहाल, उसे पेड़ से बांधकर रखा गया है। हमलावर हाथी को पकड़ने वाली टीम में 4 हाथी, 10 गाड़ियों के साथ 100 अधिकारी-कर्मचारी तैनात थे।
ऐसी घटनाओं में जनहानि होने पर प्रदेश सरकार ने 8 लाख रुपए की आर्थिक सहायता बढ़ाकर 25 लाख रुपए देने का निर्णय लिया है। हाथियों के हमले की घटना में हुई दो व्यक्तियों की मृत्यु पर प्रदेश सरकार पीड़ित परिवारों को 25-25 लाख रुपए देगी।