MP: पुराना फर्नीचर सस्ते में बेचना है... IPS अफसरों का फेक प्रोफाइल बनाकर ठगी करने वाला गिरोह पकड़ाया
शातिर ठगों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उन्होंने IPS हरिनारायणाचारी मिश्र की फोटो का उपयोग कर एक फर्जी फेसबुक आईडी बनाई और उनकी असली फेसबुक आईडी से जुड़े लोगों से दोस्ती की।
भोपाल। मध्य प्रदेश में IPS अफसरों का फेक फेसबुक प्रोफाइल बनाकर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। भोपाल साइबर क्राइम ब्रांच ने फर्जी तरीके से ठगी करने वाले गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह भोपाल पुलिस कमिश्नर के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर लोगों को ठगने का काम करता था। गिरोह के सरगना को फर्जी तरीके से सिमकार्ड चालू कर देने वाले 4 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
आरोपी फर्जी फेसबुक आईडी के जरिए लोगों को लालच देते थे कि अधिकारी का ट्रांसफर हो गया है। इसके बाद कहते थे कि वे कम दाम में फर्नीचर बेच रहे हैं। ठगी करने के लिए जिस सिम कार्ड से फोन किए जाते थे, वे सभी फर्जी होते थे। पुलिस ने आरोपियों को विदिशा जिले के सिरोंज से गिरफ्तार किया है।
बताया जा रहा है कि, गिरोह का सरगना घर-घर जाकर अलग-अलग गांवों में लोगों को फ्री में सिम कार्ड देने का झांसा देता था। वह हर बार दो सिम कार्ड एक्टिवेट करता था, जिसमें से एक सिम ग्राहक को देता और दूसरा अपने पास रख लेता था। गिरोह फर्जी सिम कार्ड देकर साइबर अपराधियों से मोटी रकम वसूलता था। अब तक सरगना ने करीब 150 फर्जी सिम साइबर अपराधियों को बेचे हैं। इन्हीं सिम कार्ड्स का इस्तेमाल कर साइबर अपराधी ठगी को अंजाम देते थे।
भोपाल पुलिस कमिश्नर के नाम से फर्जी आईडी बनाकर ठगी के मामले में 6 आरोपी पकड़े जा चुके हैं। इनमें दो ठग और चार वो आरोपी हैं, जो फर्जी ढंग से जारी सिम ठगों तक पहुंचा रहे थे। साइबर क्राइम विंग को अब असलम की तलाश है। इस केस में यह सबसे अहम कड़ी है। असलम ठगी करने वाले गिरोह के सीधे संपर्क में था और सिम गिरोह तक पहुंचाता था। इसका खुलासा विदिशा से गिरफ्तार किए गए सोनू कुर्मी ने पूछताछ में किया है।