चुनाव आयोग ने जारी किया इलेक्टोरल बॉन्ड का डेटा, वेबसाइट पर पोस्ट की 763 पेजों की दो लिस्ट

चुनाव आयोग ने आखिरकार यह ब्यौरा सार्वजनिक कर दिया है कि किसने करोड़ों रुपए के इलेक्टोरल बॉन्ड कब खरीदे, और किस राजनीतिक दल ने इन्हें कब भुनाया।

Updated: Mar 15, 2024, 12:56 PM IST

नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने आखिरकार गुरुवार इलेक्टोरल बॉन्ड के आंकड़े सार्वजनिक कर दिए हैं। वेबसाइट पर 763 पेजों की दो लिस्ट अपलोड की गई हैं। एक लिस्ट में बॉन्ड खरीदने वालों की जानकारी है। दूसरी में राजनीतिक दलों को मिले बॉन्ड की डिटेल है। सुप्रीम कोर्ट ने आयोग को 15 मार्च तक यह डेटा सार्वजनिक करने का आदेश दिया था।

सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने दो दिन पहले 12 मार्च को आयोग के साथ आंकड़े साझा किये थे। सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को उसकी वेबसाइट पर आंकड़े अपलोड करने के लिए 15 मार्च शाम पांच बजे तक का समय दिया था।

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चुनाव आयोग ने ‘एसबीआई द्वारा दिए गए इलेक्टोरल बॉन्ड के विवरणों को’ को दो भागों में अपनी वेबसाइट पर अपलोड किया है। इसके साथ जारी विज्ञप्ति में चुनाव आयोग ने कहा है कि सारा विवरण 'जैसा है, जहां है' आधार पर अपलोड किया गया है। इसके लिए आयोग ने इन विवरणों का लिंक भी शेयर किया है, जिसके जरिए इसे देखा जा सकता है।

चुनाव आयोग द्वारा अपलोड किए गए आंकड़ों के अनुसार, इलेक्टोरल बॉन्ड के खरीदारों में ग्रासिम इंडस्ट्रीज, मेघा इंजीनियरिंग, पीरामल एंटरप्राइजेज, टोरेंट पावर, भारती एयरटेल, डीएलएफ कमर्शियल डेवलपर्स, वेदांता लिमिटेड, अपोलो टायर्स, लक्ष्मी मित्तल, एडलवाइस, पीवीआर, केवेंटर, सुला वाइन, वेलस्पन, और सन फार्मा जैसी बड़ी कंपनियां शामिल हैं।