इंदौर हादसा: पीड़ित परिजनों के साथ BJP नेता की बदसलूकी, गुस्साए लोगों ने CM शिवराज के सामने की नारेबाजी

इंदौर हादसे के पीड़ितों से मिलने पहुंचे थे सीएम शिवराज, अव्यवस्था से गुस्साए परिजनों ने मुख्यमंत्री के सामने की नारेबाजी, पीड़ितों के साथ हाथापाई करने लगे भाजपा नेता।

Updated: Mar 31, 2023, 01:39 PM IST

इंदौर। झूलेलाल मंदिर हादसे ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है। 36 निर्दोष लोगों की मौत से इंदौर शहर शोक में डूबा है। इससे भी ज्यादा स्तब्ध कर देने वाली बात ये है कि दुख की इस घड़ी में पीड़ित परिजनों को सांत्वना देने के बजाए, भाजपा नेताओं द्वारा हाथपाई की गई। इस बात से गुस्साए लोगों ने अस्पताल से सीएम शिवराज सिंह चौहान के सामने जमकर नारेबाजी की।

दरअसल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को इंदौर पहुंचे थे। झूलेलाल मंदिर हादसा और रेस्क्यू ऑपरेशन में लापरवाही को लेकर लोगों में पहले से उबाल था। बावजूद सीएम चौहान जब घायलों से मिलने अस्पताल पहुंचे तो यहां भाजपा नेताओं ने पीड़ित परिजनों के साथ धक्का मुक्की की। इसका विरोध करने पर बीजेपी के शहर अध्यक्ष गौरव रणदिवे पीड़ितों के साथ हाथापाई पर उतर गए। 

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इसी बात पर पीड़ितों के परिजन आक्रोशित हो गए और उन्होंने एक स्वर में बीजेपी और सीएम शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। वे कह रहे थे कि काहे का नंबर 1 जब किसी आपदा से निपटने के साधन और व्यवस्था ही नहीं। मामला बिगड़ता देख सीएम शिवराज जल्दीबाजी में वापस लौट गए। इस दौरान पुलिस को भी पीड़ितों पर बलप्रयोग करना पड़ा।

घटना को लेकर कांग्रेस ने पूछा कि सीएम शिवराज मरहम लगाने गए थे या जख्म देने? मध्य प्रदेश कांग्रेस ने ट्वीट किया, "बीजेपी नेता कि शर्मनाक करतूत, इंदौर हादसे में अपनों को खोने वालों से की हाथापाई;
मुख्यमंत्री शिवराज के विरोध में नारे लगा रहे परिजनों से बीजेपी के शहर अध्यक्ष गौरव रणदिवे ने हाथापाई कर बेशर्मी का इतिहास रच दिया। शिवराज जी, मरहम लगाने गये थे या जख्म देने? बेशर्म बीजेपी।”

मौत नहीं हत्या: जीतू पटवारी

घटना का वीडियो शेयर कर कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने सीएम चौहान पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा नेता नहीं मुख्यमंत्री की तरह घटनास्थल पर आएं। जीतू पटवारी ने ट्वीट किया, "यह 35 मौत नहीं, 35 हत्याएं हैं! शिवराज जी, आप सुनें, ना सुनें, बावड़ी तो बोल रही है! इसलिए इस बार भाजपा नेता नहीं, मुख्यमंत्री की तरह घटनास्थल का दौरा कीजिए! त्वरित/निष्पक्ष जांच, कठोर कार्रवाई कीजिए। बेकसूर मारे गए,लेकिन सरकार जिंदा है, यह भी जरूर बताइए/दिखाइए।"

जीतू पटवारी ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि, "शिवराज जी... आपकी निर्मम, निकृष्ट, नकारा नौकरशाही यदि समय पर सुनवाई कर लेती, भाजपा के नेता यदि अतिक्रमण हटाने में बाधा नहीं बनते, तो मेरे इंदौर की रामनवमी दुख में नहीं डूबती। अब तो त्वरित/निष्पक्ष जांच, कठोर कार्रवाई कीजिए। अब जागिए!"

इससे पहले सीएम चौहान को घटनास्थल पर भी विरोध का सामना करना पड़ा था। शुक्रवार सुबह घटनास्थल के पास एक धर्मशाला में पटेल समाज के लोग इकट्‌ठा हुए थे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जब उनसे मिलने पहुंचे तो यहां भी भीड़ ने हाय-हाय और मुर्दाबाद के नारे लगाए। दरअसल, हादसे में पटेल समाज के 11 लोगों की मौतें हुई है। समाज के पदाधिकारियों ने कहा कि जिन लोगों के यहां मौत हुई है, उनके परिवार से सीएम को मिलना चाहिए था। अफसरों ने पहले बताया गया था कि मुख्यमंत्री परिवार से मिलेंगे और उनकी पीड़ा जानेंगे। बाद में अचानक कार्यक्रम कैंसिल कर दिया गया।