लोकतंत्र के सजग प्रहरी बन संविधान बचाने का संकल्प लें देशवासी: दिग्विजय सिंह

संविधान में लिखी हर बात प्रार्थना की तरह है और संविधान में लिखें हर शब्द को अमल में लाने से ही गणतंत्र के अधिकारों की रक्षा हो पाएगी: दिग्विजय सिंह

Updated: Jan 26, 2025, 12:33 AM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर मध्य प्रदेश और देश के सभी नागरिकों को बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित की है। उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि 26 जनवरी 1950 को पूरे 2 साल 11 महीने और 18 दिन लगा कर देश में व्यवस्थाओं को सुचारु रूप से चलाने तथा उन्हें क़ानून के बंधन में बाँधने संविधान लागू किया गया था और इसी दिन हमारे भारत देश को पूर्ण गणतंत्र घोषित किया गया। 

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि संविधान की अवधारणा में ही समाजवादी, पंथ-निरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने की बात स्पष्ठ रूप से इंगित की गई है। संविधान में लिखी हर बात प्रार्थना की तरह है और संविधान में लिखें हर शब्द को अमल में लाने से ही गणतंत्र के अधिकारों की रक्षा हो पाएगी।

उन्होंने कहा कि देश का तंत्र, गण से तभी जुड़ सकता है जब वह संविधान की मूल अवधारणा का पालन करे। देश का विकास भी इसी बात पर निर्भर करता है कि हम सब, धर्म व जाति के भेदों को भुलाकर सबको साथ लेकर चलें तब जाकर एक अखंड राष्ट्र की परिकल्पना साकार हो सकेगी।

सिंह ने कहा कि गण तंत्र मजबूत तभी होगा जब लोग एक दूसरे का सम्मान करेंगे और गण तंत्र की खुशहाली भी इसी में है कि देश का हर एक नागरिक सुखी रहे। उन्होंने गणतंत्र दिवस के मौके पर संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को याद कर देश की आज़ादी के संघर्ष में शहीद हुए बलिदानी महापुरुषों को नमन किया। पूर्व सीएम ने देशवासियों से आव्हान किया कि वे लोकतंत्र के सजग प्रहरी बनकर संविधान बचाने का संकल्प लें।