PM मोदी ने श्रीलंका से मछुआरों की रिहाई की मांग की, सर्वोच्‍च नागरिक सम्‍मान से किया गया सम्मानित

पीएम मोदी ने कहा कि यह मछुआरों की आजीविका का मुद्दा है। हमने मछुआरों को तुरंत रिहा करने और उनकी नावों को छोड़ने पर बात की है। हम सहमत हैं कि हमें इस मामले में इंसानियत के साथ आगे बढ़ना चाहिए।

Updated: Apr 05, 2025, 02:17 PM IST

कोलंबो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिवसीय श्रीलंका दौरे पर हैं। यहां PM मोदी और श्रीलंकाई राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके के बीच द्विपक्षीय बातचीत हुई। इस दौरान मोदी ने भारतीय मछुआरों की गिरफ्तारी पर चर्चा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को श्रीलंका के सबसे बड़े नागरिक सम्‍मान से भी नवाजा गया है।

पीएम मोदी ने इस सम्‍मान के लिए श्रीलंका का धन्‍यवाद दिया है। साथ ही कहा कि ये सिर्फ उनका नहीं, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों को सम्‍मान है। यह भारत और श्रीलंका के बीच ऐतिहासिक संबंधों और गहरी मित्रता का सम्मान है। भारत के लिए यह गर्व का विषय है कि हमने एक सच्चे पड़ोसी मित्र के रूप में अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया है।

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पीएम मोदी ने कहा कि यह मछुआरों की आजीविका का मुद्दा है। हमने मछुआरों को तुरंत रिहा करने और उनकी नावों को छोड़ने पर बात की है। हम सहमत हैं कि हमें इस मामले में इंसानियत के साथ आगे बढ़ना चाहिए। तमिल मुद्दे पर मोदी ने कहा कि उन्हें यकीन है कि श्रीलंका सरकार तमिलों की उम्मीदों को पूरा करेगी और श्रीलंका के संविधान के तहत मिले पूरे अधिकारों को लागू करेगी।

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत का विजन सबका साथ, सबका विकास रहा है। हम सहयोगी देशों को प्राथमिकता देते हैं। श्रीलंका हमारा सिर्फ पड़ोसी देश ही नहीं अच्‍छा मित्र भी है। हम श्रीलंका के कठिन समय में उनके साथ मजबूती से खड़े रहे। चाहे 2019 का आतंकी हमला हो, कोविड महामारी हो, या हाल में आया आर्थिक संकट, हर कठिन परिस्थिति में, हम श्रीलंका के लोगों के साथ खड़े रहे हैं। हमारी पड़ोसियों को प्राथमिकता और विजन महासागर, दोनों में श्रीलंका का विशेष स्थान है।

पीएम मोदी ने कहा कि हम अपने पार्टनर देशों की प्राथमिकताओं को भी महत्व देते हैं। पिछले 6 महीनों में ही हमने 100 मिलियन डॉलर से अधिक राशि के लोन को ग्रांट में बदला है। भारत और श्रीलंका के बीच सदियों पुराने आध्यात्मिक और आत्मीयता भरे संबंध हैं। मुझे यह बताते हुए अत्यन्त खुशी है कि 1960 में गुजरात के अरावली में मिले भगवान बुद्ध से जुड़ी चीजें श्रीलंका में दर्शन के लिए भेजा जा रहा है।