PM Modi का झूठ : रीवा की पहचान रेवा बताई राहुल ने कहा 'असत्याग्रही'

प्रधानमंत्री ने भौगोलिक रूप से गलत तथ्‍य रखा, रेवा यानि नर्मदा नर्मदा का उद्गम स्थल रीवा से 272 किलोमीटर दूर

Publish: Jul 12, 2020, 12:31 AM IST

गलत तथ्‍य बताने को लेकर विपक्ष के निशाने पर रहने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश के रीवा में 750 मेगा वॉट के सोलर प्लांट का उद्घाटन करते हुए एक और चूक कर दी। रीवा सोलर प्‍लांट का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में रीवा ज़िले को नर्मदा के किनारे बता दिया। यह भौगोलिक रूप से पूर्णतः गलत तथ्य है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी प्रधानमंत्री के इस गलत तथ्य पर मोदी को 'असत्याग्रही' कहा है।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा था कि आज रीवा ने वाकई इतिहास रच दिया है। रीवा की पहचान मां नर्मदा के नाम से और सफेद बाघ से रही है। अब इसमें एशिया के सबसे बड़े सोलर पावर प्रोजेक्ट का नाम भी जुड़ गया है।

प्रधानमंत्री मोदी का सफेद बाघ वाला तथ्य जितना सत्य है, उतना ही झूठ रीवा की पहचान मां नर्मदा से होना है। नर्मदा नदी को रेवा के नाम से जाना जाता है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि रीवा और रेवा एक हैं। रीवा और नर्मदा उद्गम स्थल की दूरी 272 किलोमीटर है। नर्मदा भारतीय उपमहाद्वीप की पांचवीं सबसे लंबी नदी ज़रूर है। लेकिन यह मध्य प्रदेश के रीवा से होकर नहीं गुजरती है। नर्मदा मध्य प्रदेश के अमरकंटक, डिंडौरी, मंडला, जबलपुर, होशंगाबाद, महेश्वर, बड़वानी, झाबुआ, ओंकारेश्वर, खंडवा,राजपिपला, धर्मपुरी और भरूच से होकर गुजरती है। तो वहीं रीवा शहर खुद बिछिया और बीहर नदियों के किनारे बसा हुआ है।

इतना ही नहीं राहुल गांधी ने चीन को लेकर भी प्रधानमंत्री पर निशाना साधा है। कांग्रेस सांसदों की एक बैठक में राहुल गांधी ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री चीन को लेकर झूठ बोल रहे हैं और देश को धोखा दे रहे हैं। 

राहुल गांधी ने कहा, “प्रधानमंत्री चीन के बारे में झूठ बोलना जारी रखते हुए कहते हैं कि यह एक राजनीतिक मुद्दा नहीं है। लेकिन कांग्रेस ऐसी पार्टी की नहीं हो सकती जो भारत को कमजोर करती है, हमें अपने रुख पर अडिग रहना है। राष्ट्रीय सुरक्षा हमारी स्थिति सुनिश्चित कर रही है और सीमाओं को कमजोर नहीं किया जा सकता है। " 

मोदी जी को ना इतिहास, ना भूगोल, ना विज्ञान और ना सनातन धर्म का कोई ज्ञान

मोदी की एक और तथ्‍यात्‍मक चूक पर कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता और MP के पूर्व मुख्‍यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया है कि मोदी जी ने नर्मदा जी के तट पर रीवा को बसा दिया! इन्हें कौन समझाए “रेवा” मॉं नर्मदा का नाम है व “रीवा” शहर है जो कि नर्मदा जी से कोसों दूर है। “ENTIRE POLITICAL SCIENCE” विषय के PG मोदी जी को ना इतिहास ना भूगोल ना विज्ञान और ना सनातन धर्म का कोई ज्ञान है। वाह मोदी जी वाह!!

प्रधानमंत्री कार्यालय ने मोदी के इस तथ्य को ट्वीट किया है जिसमें मोदी ने रीवा शहर की पहचान नर्मदा से होनी बताई है। इसको लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसा है। राहुल ने तंज कसते हुए मोदी को ' असत्याग्रही ' बताया है। 

वहीं कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने ट्वीट किया है कि हम मध्य प्रदेश वासियों को पता ही नहीं था कि "मां नर्मदा" रीवा में भी बहती हैं। हम मध्य प्रदेश वासियों का ज्ञानवर्धन करने के लिए देश के प्रधानमंत्री का आभार।

ट्वीट एक मगर झूठ दो

पीएमओ द्वारा किए गए ट्वीट में रीवा शहर का नर्मदा किनारे बसे होने वाला गलत तथ्य तो है ही इसके साथ ही पीएमओ के ट्वीट में एक और गलत तथ्य शामिल है। दरअसल शुक्रवार को रीवा में 750 मेगा वॉट के सोलर प्लांट का उद्घाटन हुआ है। बीजेपी और खुद प्रधानमंत्री मोदी ने इसे एशिया का सबसे बड़ा सोलर प्लांट बता दिया। जबकि हकीकत यह है कि कर्नाटक पगावड में पहले से ही 2000 मेगा वॉट का सोलर प्लांट मौजूद है। इसकी जानकारी कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने दी है। शिवकुमार ने बताया है कि कर्नाटक के पगावड में सोलर प्लांट 2018 में ही बनकर तैयार हो चुका है।

प्रधानमंत्री मोदी की तथ्‍यात्‍मक भूलें

  • प्रधानमंत्री मोदी ने नवंबर 2003 में एक रैली में महात्मा गांधी के बारे में चर्चा करते हुए उन्हें मोहनलाल करमचंद गांधी कह दिया। जबकि महात्मा गांधी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था।
  • वर्ष 2013 में पटना की बहुचर्चित रैली में नरेंद्र मोदी ने बिहार की शक्ति का ज़िक्र करते हुए सम्राट अशोक का जिक्र किया, पाटलिपुत्र का ज़िक्र किया और फिर नालंदा और तक्षशिला का। सच ये है कि तक्षशिला का पंजाब का हिस्सा रहा है और अब पाकिस्तान में है।
  • जुलाई 2003 में नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद में कहा था कि आज़ादी के समय एक डॉलर की क़ीमत एक रुपए के बराबर थी। तब मोदी ये भूल गए कि उस समय एक रूपए की क़ीमत 30 सेंट के बराबर थी और उस समय एक रुपया एक पाउंड के बराबर था।
  • अहमदाबाद में अक्तूबर 2003 में नरेंद्र मोदी ने कहा था कि अहमदाबाद नगरपालिका में महिलाओं के आरक्षण का प्रस्ताव सरदार वल्लभ भाई पटेल ने 1919 में रखा था। सच्चाई यह है कि कि वल्लभ भाई पटेल ने ये प्रस्ताव 1926 में दिया था।
  • फरवरी 2014 में नरेंद्र मोदी ने मेरठ में कहा था कि कांग्रेस ने आज़ादी की पहली लड़ाई को कम कर के आँका था। तथ्य ये है कि मेरठ में 1857 की क्रांति शुरू हुई थी। कांग्रेस की स्थापन 1885 में हुई थी। 1857 में कांग्रेस थी ही नहीं।
  • नरेंद्र मोदी ने एक बार कहा था कि जब हम गुप्त साम्राज्य की बात करते हैं कि हमें चंद्रगुप्त की राजनीति की याद आती है। वास्‍तव में मोदी जिस चंद्रगुप्त का और उनकी राजनीति का जिक्र कर रहे थे, वो मौर्य वंश के थे। गुप्त साम्राज्य में चंद्रगुप्त द्वितीय हुए थे. लेकिन मोदी उनका ज़िक्र नहीं कर रहे थे।
  • पटना में रैली के दौरान नरेंद्र मोदी ने कहा था कि सिकंदर की सेना ने पूरी दुनिया जीत ली थी. लेकिन जब उन्होंने बिहारियों से पंगा लिया था, उसका क्या हश्र हुआ। यहाँ आकर वो हार गए। सच्चाई यह है कि सिकंदर की सेना ने कभी गंगा पार ही नहीं की थी।