बुधनी के चुनावी रण में उतरे कांग्रेस दिग्गज, दिग्विजय सिंह ने वोटर्स से की राजकुमार पटेल को वोट देने की अपील

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मंच से आरोप लगाया कि भाजपा प्रत्याशी रमाकांत भार्गव के बेटे ने कांग्रेस के एक कार्यकर्ता को कॉल कर धमकी दी।

Updated: Nov 05, 2024, 05:07 PM IST

बुधनी। मध्य प्रदेश में बुधनी और विजयपुर उपचुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हैं। कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही दलों के नेता प्रचार में पूरी ताकत झोंक चुके हैं। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह विजयपुर के बाद अब बुधनी पहुंचे हैं। यहां उन्होंने कांग्रेस के विशाल जनसभा में हिस्सा लिया।

बुधनी में आयोजित आमसभा में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मतदाताओं से कांग्रेस प्रत्याशी राजकुमार पटेल को वोट देने की अपील की। कार्यक्रम में कांग्रेस प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा व अन्य नेता मौजूद रहे।

सभा के दौरान जीतू पटवारी ने केंद्रीय मंत्री शिवराजसिंह चौहान पर तंज कसते हुए कहा कि आपने अपने बेटे कार्तिकेय और दोस्त राजेंद्र सिंह को टिकट नहीं दिया। राजेंद्र सिंह ने आपके लिए सीट छोड़ी थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। ऐसे में भार्गव जी को टिकट दी, जो 5 साल सांसद रहने के दौरान जनता से मिलने तक नहीं पहुंचे। कुछ तो राज होगा, तब तो उन्हें टिकट दी है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में बदलाव लाना है तो कांग्रेस को लाना पड़ेगा। रेहटी और बुधनी की धरती कांग्रेस की है।

पटवारी ने मंच से आरोप लगाया कि भाजपा प्रत्याशी रमाकांत भार्गव के बेटे ने कांग्रेस के हमारे एक कार्यकर्ता को कॉल कर धमकी भरे लहजे में कहा कि चुनाव में कांग्रेस के लिए काम कर रहे हो क्या, तुम्हारे वेयरहाउस है न। फिर देख लेना वेयरहाउस। हमारे कार्यकर्ता ने भी कहा कि वेयरहाउस मैंने बनाया तो मैं ही देखूंगा, पर इस बार तुम्हे हराकर मानूंगा।

कांग्रेस प्रत्याशी राजकुमार पटेल ने रिटर्निंग निर्वाचन अधिकारी के विरुद्ध चुनाव आयोग से शिकायत करने की बात कही। उन्हें आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव आयोग ने गजब कर दिया। हमने पर्चा भरा, प्रस्तावक हमारे साथ गए। वोट डालना प्रारंभ हो गया और हमें बताया ही नहीं गया। मंडल के अध्यक्ष ने मुझसे फोन पर पूछा कि आज वोट डल रहे हैं क्या। मैंने एसडीएम को कॉल कर पूछा- आज वोट डल रहे हैं क्या, वे बोले-हां। मैंने कहा- आपने सूचना तो किसी को दी नहीं। वे बोले- आजकल हम ग्रुप पर सूचना डालते हैं। मुझे ग्रुप में 11 बजकर 10 मिनट में मैसेज देकर जोड़ा गया। इस रवैये को चुनाव आयोग काे संज्ञान में लेना चाहिए।