अपराध ही मध्य प्रदेश की पहचान, कानून व्यवस्था को लेकर जीतू पटवारी ने सीएम को लिखा पत्र

गंभीर होते जा रहे अपराधों को नियंत्रित करने के लिए अगले 100 दिन की कार्ययोजना जनता के सामने रखे सरकार: जीतू पटवारी

Updated: Feb 25, 2024, 11:54 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में बिगड़ते कानून व्यवस्था को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने राज्य सरकार को अलर्ट किया है। पटवारी ने मुख्यमंत्री मोहन यादव को पत्र लिखकर कहा है कि राज्य सरकार गंभीर होते जा रहे अपराधों को नियंत्रित करने के लिए अगले 100 दिन की कार्ययोजना जनता के सामने रखे।

सीएम यादव को संबोधित पत्र में पटवारी ने लिखा, 'मध्य प्रदेश की व्यावसायिक राजधानी इंदौर बदमाशों के निशाने पर है। इंदौर के कालिंदी गोल्ड इलाके की तरह ही एक और घर में हथियाबंद बदमाश घुस गए। इस घटना का भी सीसीटीवी वीडियो सामने आ गया है। बदमाश एक कार से नोटों से भरा बैग ले गए हैं। बीते 10 दिन में यह एक और बड़ी वारदात है! आप जानते ही हैं कि इंडियन ऑयल कॉर्पोरशन के डिपो मैनेजर के घर में घुसे डकैतों का विडियो देशभर ने देखा था। इसके पहले ग्वालियर-चंबल संभाग से चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। बदमाश खुलेआम बोल रहे हैं - हमें GST दो! यहां GST का मतलब "गुंडा सर्विस टैक्स" है। यह वही इलाका है जहां आप मुख्यमंत्री के साथ गृहमंत्री के रूप में भी संभागीय स्तर की कानून व्यवस्था की बैठक कर चुके हैं।'

पटवारी ने आगे लिखा, 'खुद को मुख्यमंत्री का OSD बताकर दो जालसाजों ने 12 सरकारी कर्मचारियों से 20 लाख रुपए से अधिक की ठगी कर ली। रकम 6 से अधिक बैंक खातों में ट्रांसफर करवाई। जालसाजों ने पुलिस को बताया कि निशाने पर शिक्षा विभाग के कर्मचारी थे। दोनों बीते 3 महीनों से टीकमगढ़ और निवाड़ी में भी सक्रिय थे। कुछ दिन पहले पूरे देश में मध्य प्रदेश का सिर शर्म से झुकना वाली एक घटना बैतूल में हुई थी। जब आदिवासी युवक के पूरे कपड़े उतारकर पहले तो छत से उल्टा लटकाया, फिर बेल्ट-डंडों से जमकर पीटा। इस शर्मनाक घटना को भी देश ने देखा है।'

पटवारी ने ग्वालियर की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि भंवरपुरा में जिस 15 साल की बच्ची से गैंगरेप किया गया, उसके परिवार ने गांव छोड़ दिया। क्योंकि, आरोपी व उनके रिश्तेदार इसी गांव के हैं, इसलिए पुलिस का भी कहना है कि गांव में परिवार को जान का खतरा है। उज्जैन में बीजेपी नेता और पूर्व सरपंच रामनिवास जी और उनकी पत्नी मुन्नीबाई की हत्या कर दी गई। इसके पहले उज्जैन जिले में ही महापुरुषों की मूर्तियां लगाने का विवाद होता रहा, लेकिन सरकार का खुफिया तंत्र सोता रहा। बदमाशों द्वारा प्रधान आरक्षक को गोली मारकर हत्या कर दी जाती है। फिर रतलाम जिले में थाने से जीप की चोरी हो जाती है। रतलाम में ही पुलिस ने आदिवासी युवक को दोस्तों के सामने चांटे मारे! दो दिन बाद शनिवार को युवक का शव फंदे पर लटका मिला।

महिला अपराध को लेकर पटवारी ने कहा कि अपने मध्य प्रदेश में ही रोजगार के लिए सरेआम बेटी की आबरू मांगी जा रही है। छतरपुर में सात साल की बच्ची से बलात्कार किया गया। भोपाल में चलती कार में युवती से दुष्कर्म हुआ। लेकिन, आपकी सरकार पूरी तरह खामोश है। NCRB रिपोर्ट के अनुसार, मध्यप्रदेश में 2021 में अनुसूचित जाति (एससी) समूहों के लोगों के ख़िलाफ़ अपराध दर सबसे अधिक थी। 2021 में देश में अनुसूचित जाति के ख़िलाफ़ अपराध की 50,900 घटनाएं हुईं। मध्य प्रदेश में यह संख्या 7,214 थी। मध्य प्रदेश में 2021 में अनुसूचित जाति के खिलाफ अपराध दर 63.6% थी, जबकि राष्ट्रीय औसत 25.3% था। 2020 और 2019 में मध्यप्रदेश में यह संख्या 60.8 और 46.7% थी। राष्ट्रीय स्तर पर अनुसूचित जाति के खिलाफ अपराध दर 2020 में 25% और 2019 में 22.8% थी।

पटवारी ने अंत में लिखा, 'मैं फिर दोहराना चाहता हूं सुनियोजित अपराध मध्यप्रदेश की पहचान बनते जा रहे हैं। इन्हें नियंत्रित नहीं कर पाने के लिए आप 'असफल मुख्यमंत्री' के साथ "असफल गृहमंत्री" के रूप में भी अपनी पहचान बनाते जा रहे है। आपसे फिर अनुरोध करना चाहता हूं कि गंभीर होते जा रहे अपराधों को नियंत्रित करने के लिए अगले 100 दिन की कार्ययोजना जनता के सामने रखें। इस बात का विश्वास भी दिलाएं कि आने वाले 100 दिन तक तो वे निश्चिंत होकर सुरक्षित महसूस कर सकते हैं।'