सावरकर ने अपने इस्तेमाल के लिए गढ़ा था हिंदुत्व शब्द, मैंने कभी हिंदू आतंकवाद नहीं कहा: दिग्विजय सिंह

दिग्विजय सिंह ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि वे हमेशा से ही धार्मिक कट्टरता और कट्टरपंथियों के खिलाफ रहे हैं, आज देश में एक विशेष समुदाय को खलनायक साबित करने के लिए उसके खिलाफ माहौल बनाया जा रहा है

Updated: Jan 13, 2022, 03:50 AM IST

भोपाल। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर आरएसएस और उसकी कट्टरपंथी विचारधारा पर बड़ा हमला बोला है। कांग्रेस नेता ने कहा है कि उन्होंने कभी हिंदू आतंकवाद शब्द का उपयोग नहीं किया। बल्कि वे हमेशा से ही संघीय आतंकवाद कहते रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने सावरकर के विचारों पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि सावरकर जी ने अपने इस्तेमाल के लिए हिंदुत्व शब्द को गढ़ा था। 

कांग्रेस नेता ने यह बातें बुधवार को भोपाल में आयोजित एक पत्रकार वार्ता के दौरान कहीं। दिग्विजय सिंह ने कहा कि वे हमेशा से ही धार्मिक कट्टरता और कट्टरपंथियों के खिलाफ खड़े रहे हैं। न तो वे कभी हिंदू विरोधी थे और न ही रहेंगे। कांग्रेस नेता ने कहा कि वे हमेशा कट्टरपंथी विचारधारा के खिलाफ खड़े रहेंगे क्योंकि ये विचारधारा सनातन धर्म और हिंदू धर्म के विरोध में है।

राज्यसभा सांसद ने कहा कि उन्होंने कभी हिंदू आतंकवाद जैसे शब्द का उपयोग नहीं किया। बल्कि वे अक्सर संघीय आतंकवाद शब्द का ही उपयोग करते हैं। उन्होंने कहा कि आज एक विशेष समुदाय को खलनायक बनाने के लिए उसके खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है। 

पत्रकार वार्ता के दौरान कांग्रेस नेता ने सावरकर के विचारों को भी कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि सावरकर। ने हिंदुत्व शब्द को अपने उपयोग के लिए गढ़ा। इसे एक राजनीतिक पहचान दिलाई। बल्कि वास्तविकता में हिंदू धर्म और हिंदुत्व दोनों अलग अलग हैं। 

इससे पहले कांग्रेस नेता ने हाल ही में इंदौर में आयोजित यूथ कांग्रेस के कार्यक्रम में भी आरएसएस और उसकी विचारधारा पर बड़ा हमला बोला था। दिग्विजय सिंह ने कहा था कि जैसे दीमक घर खराब कर देती लेकिन दिखाई नहीं देती है। आरएसएस भी उसी तर्ज पर काम करता है। उन्होंने आरएसएस की विचारधारा को फासीवादी विचारधारा करार देते हुए कहा था कि वैश्विक स्तर पर फासीवादी विचारधारा लोगों के मन में एक काल्पनिक खतरे का डर दिखा कर सत्ता हथियाने और उसे बनाए रखने का प्रयास करती है।