घोटाला : शिव 'राज' की राहत सामग्री में आटा कम
शिवराज सरकार द्वारा बांटे जा रहे आटे के पैकेट्स में डेढ़ से 2 किलो कम आटा आ रहा है। कांग्रेस ने कहा है कि कमलनाथ सरकार के जाते ही भाजपा सरकार में पोषित हुआ पीडीएस माफिया फिर से 30 दिनों में सक्रिय हो गया है।

अकेले ही मप्र की सरकार चला रहे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा दी जा रही कोरोना राहत में घोटाले की शिकायतें आ रही हैं। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रदेश के लोगों को बांटे जा रहे आटे के पैकेट्स में डेढ़ से 2 किलो कम आटा आ रहा है। कांग्रेस ने कहा है कि कमलनाथ सरकार के जाते ही 15 सालों से भाजपा सरकार में पोषित हुआ पीडीएस माफिया फिर से 30 दिनों में सक्रिय हो गया है।
क्लिक : विधायक नहीं फिर भी बांट रहे सरकारी राहत सामग्री
ग्वालियर में कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक ने शासकीय राशन दुकानों द्वारा बांटे गये आटा पैकेट का जब बजन करवाया तो हर पैकेट में डेढ़ से चार किलो आटा कम पाया गया। इन आटा के पैकेट पर 10 किग्रा लिखा हुआ है पर जब इसका वजन किया गया तो इनमें सवा 8 किलोग्राम, किसी में 8.30 किग्रा आटा मिला है। घटना का विडियो जारी करते हुए पाठक ने बताया कि लगभग 70 लाख आटा पैकेट प्रशासन द्वारा बांटे जाना है, इस लिहाज से लगभग 18 हजार टन आटे की हेराफेरी से करोड़ों रुपये का घोटाला किया जा रहा है।
30 दिनों में सक्रिय हो गया पीडीएस माफिया
प्रदेश काग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने शासन से दुकानों पर छापा डालकर स्टाक सील करने की मांग की है ताकि कोरोना जैसी भयानक त्रासदी में भी भ्रष्टाचारियों को बेनकाब किया जा सके। कांग्रेस ने हैरानी जताई है कि अभी सरकार को बने 30 दिन भी नहीं हुये और 15 साल से पोषित पीडीएस माफिया फिर से सक्रिय हो गया है।एक तरफ भूख से आक्रांत गरीब जनता है और दूसरी तरफ लूट को आतुर अनाज माफिया।
कोरोना में राहत के नाम पर ग्वालियर में राशन की दुकान से बाँटे जा रहे 10 किलो के आटे के पैकेट में 1 से 4 किलो तक आटा कम दिया जा रहा है जो गरीबों के साथ छलावा है..।
— Jitu Patwari (@jitupatwari) April 17, 2020
- स्मरण रहे, प्रदेश में इस तरह के 70 लाख पैकेट बंटने है..आगे आप समझ सकते है..! pic.twitter.com/i5VsLWnDlK
कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष विधायक जीतू पटवारी ने ट्वीट कर कहा कि कोरोना में राहत के नाम पर ग्वालियर में राशन की दुकान से बाँटे जा रहे 10 किलो के आटे के पैकेट में 1 से 4 किलो तक आटा कम दिया जा रहा है जो गरीबों के साथ छलावा है..। स्मरण रहे, प्रदेश में इस तरह के 70 लाख पैकेट बंटने है..आगे आप समझ सकते है..! आप कहते हो कि कोरोना पर राजनीति मत करो...तो क्या आँखे बंद कर लें..।