व्यापम घोटाले के आरोपी पूर्वमंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा का निधन, सीएम शिवराज ने जताया शोक

पूर्वमंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा व्यापम घोटाले के आरोपी थे। सिरोंज विधानसभा से लगातार 4 बार विधायक चुने गए थे।

Updated: Jun 01, 2021, 03:18 AM IST

Photo courtesy: bhaskar
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भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा का सोमवार को बीती रात निधन हो गया है। बीते  11 मई को उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। 12 मई को उन्हें भोपाल के चिरायु अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सोमवार दोपहर उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें एयर एंबुलेंस से चेन्नई ले जाने की तैयारी थी। देर रात इलाज के दौरान हार्ट अटैक आने से मौत हो गई। उनके निधन पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शोक व्यक्त किया है। बता दें, पूर्वमंत्री लक्ष्मी कांत शर्मा का नाम व्यापम घोटाले में सामने आया था।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर शोक व्यक्त करते हुए कहा, "पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेता श्री लक्ष्मीकांत शर्मा जी के निधन की दुःखद सूचना मिली है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि वे दिवंगत आत्मा को शांति दें और उनके परिजनों को यह वज्राघात सहने की क्षमता दें।"

 

ज्ञात हो, लक्ष्मीकांत शर्मा 60 वर्ष के थे। शर्मा 1993 में पहली बार विधायक चुने गए थे। इसके बाद 1998, 2003 और 2008 में सिरोंज विधानसभा क्षेत्र से लगातार विधायक  रहे। वर्ष 2018 के चुनाव में भाजपा ने उन्हें टिकट न देकर उनके छोटे भाई उमाकांत शर्मा को टिकट दिया था। जो अभी सिरोंज से विधायक हैं।

 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पहले कार्यकाल में लक्ष्मीकांत शर्मा खनिज मंत्री रहे। शिवराज सरकार के दूसरे कार्यकाल 2008 से 2013 में लक्ष्मीकांत शर्मा उच्च शिक्षा जनसंपर्क एवं संस्कृति जैसे महत्वपूर्ण विभाग के मंत्री रहे हैंl वहीं, वर्ष 2013 में लक्ष्मीकांत शर्मा कांग्रेस के उम्मीदवार गोर्वधन उपाध्याय से चुनाव हारे थे। उसके  बाद राजनीतिक परिदृश्य से गायब हो गए थे।


बता दें, पूर्वमंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापम) घोटाले में आरोपी हैं। यह केस अभी कोर्ट में चल रहा है। व्यापम की ओर से आयोजित संविदा शिक्षक, सहकारिता, पीएमटी सहित कई परीक्षाओं में धांधली के मामले में लक्ष्मीकांत शर्मा को एसटीएफ और सीबीआई ने आरोपी बनाया था। हनी ट्रैप मामले में भी लक्ष्मीकांत शर्मा का एक कथित ऑडियो 2019 में सामने आया था। इसके बाद आरएसएस और बीजेपी ने लक्ष्मीकांत शर्मा से किनारा कर लिया था।