पूर्व केंद्रीय मंत्री सरताज सिंह का निधन, 83 साल की उम्र में भोपाल में ली अंतिम सांस
मध्य प्रदेश में बीजेपी के बड़े नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सरताज सिंह का 83 की उम्र में निधन हो गया है। उन्होंने भोपाल के एक निजी अस्पताल में अपनी अंतिम सांस ली।
भोपाल। केंद्र और मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री रहे BJP के वरिष्ठ नेता सरताज सिंह का गुरुवार को निधन हो गया। उन्होंने 83 साल की उम्र में गुरुवार सुबह 5.30 बजे भोपाल के अपोलो अस्पताल में अंतिम सांस ली। सरताज बाबू जी के नाम से पहचाने जाने वाले सरताज सिंह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। पिछले 3 दिनों से वे भोपाल के अपोलो अस्पताल में भर्ती थे।
सरताज सिंह के छोटे भाई सुरिंदर पाल सिंह ने बताया कि अंतिम संस्कार 13 अक्टूबर को किया जाएगा। भोपाल से पार्थिव देह इटारसी लाई जाएगी। यहां दोपहर 2 बजे तक अंतिम संस्कार होगा। सरताज सिंह के निधन पर सीएम शिवराज समेत प्रदेश के तमाम दिग्गजों ने दुख जताया है।
केंद्र व मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री रहे श्री सरताज सिंह जी के निधन का दुःखद समाचार सुनकर मन व्यथित है।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) October 12, 2023
भगवान से प्रार्थना है कि वह दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें एवं परिवारजनों को यह अपार दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
ॐ शांति! pic.twitter.com/cWzCKTgEvQ
सीएम शिवराज ने ट्वीट किया, 'केंद्र व मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री रहे श्री सरताज सिंह जी के निधन का दुःखद समाचार सुनकर मन व्यथित है।.भगवान से प्रार्थना है कि वह दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें एवं परिवारजनों को यह अपार दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।'
सरताज सिंह 5 बार के सांसद और 2 बार के विधायक थे। 2018 के विधानसभा चुनाव में अपनी परंपरागत सीट सिवनी मालवा (जिला नर्मदापुरम) से टिकट नहीं मिलने पर वे भाजपा को छोड़कर कांग्रेस में चले गए थे। भाजपा ने उनका टिकट अधिक उम्र का हवाला देकर काटा गया था। कांग्रेस ने उन्हें पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और नर्मदापुरम विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा के सामने नर्मदापुरम से लड़ाया था। सीतासरन शर्मा राजनीति में सरताज सिंह के शिष्य हैं।
भाजपा के सबसे पुराने नेताओं में से एक सरताज सिंह चुनावी राजनीति में अजेय माने जाते थे। भारत-पाकिस्तान के विभाजन के बाद सरताज सिंह का परिवार इटारसी आकर बस गया था। 1960 में उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन किया। इसके बाद वे विष्णु कामथ के संपर्क में आए और उन्होंने सक्रिय राजनीति में कदम रखा। 1971 में सरताज सिंह इटारसी नगर पालिका के कार्यवाहक नगर पालिका अध्यक्ष बने। वे अटल बिहारी वाजपेयी की 13 दिन की सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे। 2008 से 2016 तक मप्र सरकार में मंत्री रहे। केंद्र में एक बार स्वास्थ्य मंत्री और प्रदेश में वन व लोक निर्माण मंत्री रह चुके हैं।