भोपाल के मानसरोवर कॉम्प्लेक्स में लगी आग, करोंद इलाके में भी 8 फर्नीचर दुकानें जली
भोपाल के होशंगाबाद रोड स्थित मानसरोवर कॉम्पलेक्स में सुबह एक बंद इंटीरियर डिजाइन ऑफिस में आग लग गई। वहीं बीती रात करोंद स्थित फर्नीचर की 8 दुकानें भी जलकर खाक हो गई।

भोपाल| शहर के होशंगाबाद रोड स्थित मानसरोवर कॉम्पलेक्स में गुरुवार सुबह एक बंद इंटीरियर डिजाइन ऑफिस में आग लग गई। दुकान के अंदर से अचानक धुआं उठता देख आसपास के दुकानदार तुरंत मौके पर पहुंचे और कॉम्पलेक्स में मौजूद फायर सिस्टम की मदद से आग पर काबू पाने की कोशिश की। समय रहते आग बुझाने की प्रक्रिया शुरू होने से बड़ा हादसा टल गया। आग की सूचना मिलने के बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी मौके पर पहुंच गईं, जिससे स्थिति को नियंत्रित करने में मदद मिली। मानसरोवर कॉम्पलेक्स व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल चुग ने बताया कि अलार्म बजते ही सभी दुकानदार सतर्क हो गए और आग बुझाने में जुट गए, जिससे आग ज्यादा नहीं फैल सकी।
वहीं दूसरी ओर, करोंद स्थित नबी बाग इलाके में बुधवार-गुरुवार देर रात करीब 2 बजे सड़क किनारे बनी फर्नीचर की दुकानों में भीषण आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि एक के बाद एक 8 दुकानें इसकी चपेट में आ गईं। इस इलाके में कुल 17 फर्नीचर की दुकानें थीं, जिनमें से आधी को सुरक्षित बचा लिया गया, लेकिन जिन 8 दुकानों में आग लगी, वहां रखा लाखों रुपये का फर्नीचर जलकर राख हो गया। आग लगने की जानकारी मिलते ही पुलिस और दमकल की टीम मौके पर पहुंच गई। फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियों ने तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
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इस घटना पर निशातपुरा थाने के प्रधान आरक्षक राहुल सिकरवार ने जानकारी दी कि सभी दुकानें सड़क किनारे टीन शेड में बनी थीं, जिससे आग तेजी से फैल गई। समय रहते दमकल कर्मियों ने स्थिति को संभाल लिया, अन्यथा आग और भी दुकानों तक पहुंच सकती थी। इसके अलावा, आग के पास ही गेहूं का खेत भी था, जिससे अगर आग और फैलती, तो हालात और गंभीर हो सकते थे। इस घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। इससे पहले भी इस क्षेत्र में आगजनी की घटनाएं हो चुकी हैं, जिससे व्यापारियों को भारी नुकसान हुआ है।