उज्जैन में आंधी-बारिश से गिरी महाकाल लोक की देव प्रतिमाएं, सप्तऋषियों की 6 मूर्तियां खंडित, बाल-बाल बचे श्रद्धालु

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कुछ महीने पहले ही महाकाल लोक का लोकार्पण किया था, आज उज्जैन में चली आंधी में कई बड़ी मूर्तियां क्षतिग्रस्त होकर गिर गईं, इस दौरान वहां मौजूद श्रद्धालु बाल-बाल बच गए।

Updated: May 28, 2023, 06:48 PM IST

उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित महाकाल लोक में रविवार को बड़ा हादसा टल गया। दरअसल, रविवार शाम आई आंधी और बारिश के कारण महाकाल लोक की कई देव प्रतिमाएं गिर गईं। बताया जा रहा है कि सप्तऋषियों की 6 मूर्तियां खंडित हुईं हैं। इस घटना के बाद महाकाल लोक निर्माण कार्य पर सवाल उठने लगे हैं।

जानकारी के मुताबिक रविवार दोपहर बाद बदले मौसम के कारण उज्जैन में तेज आंधी के साथ बारिश हुई। आंधी के कारण महाकाल मंदिर के समीप ही विशाल बरगद का पेड़ गिरने से दो मकान क्षतिग्रस्त हो गए। घटना के दो घंटे बाद भी राहत बचाव दल मौके पर नहीं पहुंचा था। महाकाल मंदिर के अतिरिक्त शहर में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर पेड़ गिरे। घरों की चद्दरें उड़ गई। 

हैरानी कि बात ये है कि कुछ महीने पहले ही निर्मित महाकाल लोक में भी आंधी का असर देखने को मिला। महाकाल लोक में स्थापित सप्तऋषियों की 7 में से 6 मूर्तियां गिर गईं। रविवार होने के कारण यहां श्रद्धालुओं की संख्या भी दोगुनी थी। गनीमत रही हादसे में श्रद्धालु बाल-बाल बच गए। बता दें की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अक्टूबर 2022 में उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर के नए परिसर महाकाल लोक का लोकार्पण किया था।

10 से 25 फीट ऊंची ये मूर्तियां लाल पत्थर और फाइबर रेनफोर्स प्लास्टिक (एफआरपी) से बनी हैं। इन पर गुजरात की एमपी बाबरिया फर्म से जुड़े गुजरात, ओडिशा और राजस्थान के कलाकारों ने कारीगरी की है। हालांकि, आंधी के कारण हुए नुकसान के बाद अब निर्माण कार्य पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।