देवास में भाजपा नेताओं की गुंडागर्दी, बीच सड़क पर ऑनड्यूटी पुलिसकर्मी को पीटा, वीडियो वायरल

आरक्षक रामेंद्र भदोरिया एबी रोड़ से गुजर रहे थे, इसी दौरान भाजपा विधायक के प्रतिनिधि ने बीच सड़क पर उनकी पिटाई कर दी, वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस राज्य सरकार और डीजीपी पर हमलावर है

Updated: Feb 04, 2023, 06:20 AM IST

देवास। मध्य प्रदेश के देवास से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां भाजपा विधायक के प्रतिनिधि ने बीच सड़क पर एक पुलिसकर्मी के साथ मारपीट की। इतना ही नहीं भाजपा विधायक के भाई थाने पहुंच गए, ताकि आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज न हो। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने डीजीपी से पूछा कि आप और कितना दबेंगे?

जानकारी के मुताबिक आरक्षक रामेंद्र भदोरिया एबी रोड़ से गुजर रहे थे। तभी दो लोग वहां से बाइक से ओवरटेक करते हुए गुजरे। इस दौरान आरक्षक व आरोपियों में कहासुनी हो गई। दोनों युवक आरक्षक पर टूट पड़े और हाथापाई करने लगे। झूमाझटकी में 
आरक्षक की न वर्दी भी फट गई। घटना की जानकारी आरक्षक ने वायरलेस पर दी उसके बाद पुलिस हरकत में आई और मौके पर पहुंचकर दोनों युवकों को पकड़ लिया।

बताया जा रहा है कि आरक्षक को पीटने वाला युवक हाटपीपल्या से भाजपा विधायक मनोज चौधरी का प्रतिनिधि है। वह नाहर दरवाजा थाने पर भी हंगामा करते हुए नजर आया। घटना की जानकारी मिलते ही विधायक के भाई अपने गुर्गों को लेकर देर रात थाने पर पहुंच गए थे और FIR वापस लेने का दबाव बनाने लगे। हालांकि, घटना का वीडियो वायरल होने के कारण पुलिस ने मुकदमा कायम कर लिया।

नाहर दरवाजा पुलिस ने फरियादी आरक्षक रामेंद्र भदोरिया की रिपोर्ट पर आरोपी संजय उर्फ गुड्डा पिता मदनलाल सोनी निवासी नयापुरा व सुमित पिता अशोक कटारिया निवासी तुकोगंज रोड़ के खिलाफ धारा 353, 332, 294, 34 भादवि के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। मामले में एएसपी मंजीतसिंह चावला ने बताया कि आरक्षक ड्यूटी पर जा रहा था तभी कुछ विवाद हुआ है। फिलहाल जांच चल रही है। कुछ वीडियो भी आए है उसकी प्रमाणिकता जांचकर कार्रवाई की जाएगी।

मामला सामने आने के बाद विपक्षी दल हमलावर है। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा, "DGP महोदय क्या पुलिस कर्मियों की सुरक्षा आपकी जवाबदारी नहीं है? आप और कितना दबेंगे? उन्होंने सीएम सीएम शिवराज से पूछा की क्या आपके विधायक कार्यकर्ताओं को आपने गुण्डागर्दी करने की छूट दे दी है?

वहीं पूर्व कैबिनेट मंत्री पीसी शर्मा ने लिखा कि, "जो मध्यप्रदेश पुलिस खुद भाजपा के नेताओं से सुरक्षित नहीं है, वो जनता की सुरक्षा कैसे करेगी?? डीजीपी मध्य प्रदेश क्या आपने पुलिस को भाजपाइयों से मार खाने के लिए तैनात कर रखा है? पुलिस की मदद कीजिए। यह समय इन गुंडों से दबने का नहीं है।"