घड़ियालों के लिए रिजर्व क्षेत्र में हो रहा अवैध खनन, शराबबंदी के बाद अब उमा भारती ने उठाया रेत खनन का मुद्दा

उमा भारती ने रेत खनन का जिक्र करते हुए कहा कि यह सब बहुत भयानक और शासन के लिए चुनौती है, जो मैंने देखा है वह किसी भी शासन के होते हुए ऐसा नहीं हो सकता।

Updated: Jan 20, 2023, 09:03 AM IST

भोपाल। शराबबंदी के मुद्दे पर शिवराज सरकार को घेरने वाली पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने अब रेत के अवैध खनन को लेकर मोर्चा खोल दिया है। उमा भारती ने दावा किया है कि चंबल नदी में घड़ियालों के लिए रिजर्व क्षेत्र में बड़े स्तर पर अवैध खनन हो रहा है। उन्होंने कहा कि किसी भी शासन के होते हुए ऐसा नहीं हो सकता।

उमा भारती ने गुरुवार शाम एक ट्वीट थ्रेड में लिखा है, 'मैं अभी दिल्ली से धौलपुर के एक कार्यक्रम में भाग लेते हुए मुरैना के ग्राम अजनोद में एक कार्यक्रम  में आ रही थी। मैंने चंबल के पुल के दोनों तरफ भारी संख्या में ट्रैक्टर जैसे वाहन देखे। राजस्थान में जैसा युद्ध अभ्यास करते हुए सेनाओं के टैंक चलते हैं ऐसे ही सैकड़ों की संख्या में मैंने पुल के नीचे रेत में वाहन चलते हुए देखे।'

उमा भारती ने आगे लिखा, 'पता लगा कि यहां खनन हो रहा है, मुझे लगा कि यह वैध होगा, लेकिन पता लगा कि यह तो घड़ियालों के लिए रिजर्व एरिया है और यह पूरा खनन अवैध है। यह सब बहुत भयानक एवं शासन के लिए चुनौती है जो मैंने देखा है वह किसी भी शासन के होते हुए ऐसा नहीं हो सकता।'

बीजेपी नेत्री ने यह भी लिखा कि मैं सुबह मुख्यमंत्री जी से इस विषय पर बात करूंगी एवं तुरंत रोक लगाने के लिए कहूंगी क्योंकि ऐसी घटनाओं एवं ऐसे दृश्यों से शासन का अस्तित्व कोई नहीं मानेगा। यह तो निरी अराजकता है इस पर तुरंत कठोरता से रोक लगानी चाहिए।

बता दें कि अवैध उत्खनन मध्य प्रदेश सरकार के लिए चुनौती बनी हुई है। विपक्ष का आरोप है कि सरकार के संरक्षण में रेत माफिया अवैध खनन कर रहे हैं। रेत माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हैं कि आए दिन वे प्रशासनिक अमले पर भी हमला करने से नहीं चूकते। बहरहाल, घड़ियालों के लिए रिजर्व क्षेत्र में रेत खनन का मामला सामने आने के बाद राज्य शासन की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।