देवास में छात्राओं ने रोका मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल का काफिला, छात्रावास में खराब खाने की शिकायत की
देवास जिले के संदलपुर में कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास की छात्राओं ने मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल का काफिला रोककर भोजन व सफाई में अनियमितताओं की शिकायत की। मंत्री ने खुद छात्रावास का निरीक्षण कर खामियां पाईं और कलेक्टर को सात दिन में सुधार के सख्त निर्देश दिए।
देवास। मध्य प्रदेश के देवास जिले के ग्राम संदलपुर में शनिवार को उस वक्त प्रशासनिक हलचल मच गई जब कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास की छात्राओं ने राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल का काफिला रोक दिया। छात्राओं ने रोते हुए मंत्री के सामने छात्रावास में हो रही गंभीर अनियमितताओं की शिकायतें रखीं। उनका आरोप था कि छात्रावास में मिलने वाला भोजन बेहद घटिया है, सफाई की व्यवस्था नाममात्र की है और बार-बार शिकायत करने के बावजूद इन समस्याओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।
छात्राओं ने मौके पर ही मंत्री को अपने टिफिन दिखाए जिनमें पानी जैसी दाल, बिना मसाले की सब्जी और अधपकी रोटियां थीं। मंत्री पटेल ने छात्राओं की बातें ध्यान से सुनीं और तुरंत उन्हें सांत्वना दी। उन्होंने कहा,“बच्चियों की समस्याएं मेरी प्राथमिकता हैं।” इसके बाद उन्होंने छात्राओं को अपनी गाड़ी में बैठाया और खुद उनके साथ छात्रावास पहुंचे।
छात्रावास पहुंचकर मंत्री पटेल ने रसोईघर, भोजन सामग्री, कमरों और सीसीटीवी कैमरों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई बड़ी खामियां सामने आईं। भोजन की गुणवत्ता बेहद खराब पाई गई, कुछ कैमरे बंद थे और हॉस्टल की सफाई भी संतोषजनक नहीं थी। इस स्थिति को देखकर मंत्री नाराज हुए और मौके से ही कलेक्टर को फोन लगाकर सख्त निर्देश दिए कि सात दिनों के भीतर छात्रावास की सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त की जाएं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सुधार नहीं हुआ तो मैं खुद दोबारा आऊंगा, फिर किसी की खैर नहीं होगी।
मंत्री ने छात्राओं को अपना मोबाइल नंबर भी दिया और कहा कि किसी भी परेशानी की स्थिति में वे सीधे उन्हें फोन करें। उन्होंने दोहराया कि बच्चियों की सुरक्षा और सम्मान सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी है। गौरतलब है कि मंत्री पटेल खातेगांव विधायक आशीष शर्मा के निधन पर संवेदना व्यक्त करने के लिए देवास जिले में आए थे। इसी दौरान लौटते वक्त संदलपुर की छात्राओं ने उनका काफिला रोककर यह साहसिक कदम उठाया।




