ग्वालियर में स्कूल संचालक ने ठेकेदार की गोली मारकर की हत्या, 1100 रुपए को लेकर हुआ था विवाद

एक निजी स्कूल संचालक ने अपने पांच साथियों के साथ मिलकर ईंट सप्लाई करने वाले 27 वर्षीय ठेकेदार पर माउजर से फायरिंग कर दी। पेट में गोली लगते ही ठेकेदार जमीन पर गिर पड़ा और उसकी मौत हो गई।

Updated: May 16, 2025, 02:26 PM IST

ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में महज 100 ईंटों के 1100 रुपए को लेकर शुरू हुआ विवाद गुरुवार रात एक हत्या की वारदात में तब्दील हो गया। यहां एक निजी स्कूल संचालक ने अपने पांच साथियों के साथ मिलकर ईंट सप्लाई करने वाले 27 वर्षीय ठेकेदार पर माउजर से फायरिंग कर दी। पेट में गोली लगते ही ठेकेदार जमीन पर गिर पड़ा। परिजन उसे जेएएच अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

घटना महाराजपुरा थाना क्षेत्र के आदित्यपुरम इलाके की है। मृतक ठेकेदार की पहचान पदमपुर खेरिया निवासी छत्रपाल लोधी के रूप में हुई है, जो बिल्डिंग मटेरियल सप्लाई का काम करता था। वारदात के बाद परिजन आक्रोशित हो उठे और शव को सड़क पर रखकर गोला का मंदिर चौराहे पर चक्का जाम कर दिया।

पुलिस ने मामले में तत्काल एक्शन लेते हुए निजी स्कूल संचालक बृजेन्द्र सिंह तोमर को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि करीब 10 दिन पहले छत्रपाल लोधी ने आदित्यपुरम स्थित मदर टच स्कूल के संचालक बृजेन्द्र सिंह तोमर के यहां ईंटें सप्लाई की थीं। उसने रुपए भुगतान कर दिया गया था, लेकिन 100 ईंटों के 1100 रुपए रोक लिए गए थे। स्कूल संचालक का कहना था कि ये ईंटें ट्रॉली में टूट-फूट की स्थिति में थीं, इसलिए उनका भुगतान नहीं किया जाएगा। 

वहीं, छत्रपाल का दावा था कि टूट-फूट के बदले पहले ही अतिरिक्त ईंटें भेज दी गई थीं, और शेष बचे पैसे उसे मिलने चाहिए। छत्रपाल लगातार 10 दिनों से बकाया राशि के लिए बृजेन्द्र से संपर्क कर रहा था। हर बार बात विवाद में बदल जाती थी। परिजनों के अनुसार, बृजेन्द्र अकड़ में कहता था कि मैं तोमर हूं, तुम कुछ नहीं कर पाओगे। यहां तोमर का ही राज चलता है।

गुरुवार की रात बृजेन्द्र ने छत्रपाल को फोन कर आदित्यपुरम स्थित बीपी सिटी बुलाया। बात फिर से पुराने विवाद पर आकर बिगड़ गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, पहले छत्रपाल को धक्का देकर अपमानित किया गया। इसके बाद उसने अपने भाइयों को मौके पर बुला लिया। जब छत्रपाल के भाई और साथी वहां पहुंचे, तो बृजेन्द्र और उसके करीब आधा दर्जन साथियों ने घेरकर छत्रपाल पर फायरिंग शुरू कर दी। माउजर से चली गोली छत्रपाल के पेट में जा लगी, और वह वहीं गिर पड़ा। इसके बाद आरोपी स्कॉर्पियो गाड़ी से मौके से फरार हो गए।