राजनीति में एक और एक ग्यारह होते हैं, कमलनाथ ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बताया संगठन का सिद्धांत
पूरी ताकत से जुट जाइए और मेरी आवाज़ से अपनी आवाज़ मिलाइए। हम मिलकर, मध्य प्रदेश की सुंदर तस्वीर एवं प्रदेशवासियों का उन्नत भविष्य बनाएंगे। कार्यकर्ताओं के नाम कमलनाथ का संदेश

भोपाल। विधानसभा चुनाव को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक दी है। कांग्रेस के दोनों सीनियर नेता कमलनाथ और दिग्विजय सिंह लगातार प्रदेशभर के दौरे कर रहे हैं। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने शनिवार को पार्टी कार्यकर्ताओं को संगठन का सिद्धांत बताते हुए कहा कि एक और एक ग्यारह होते हैं।
पूर्व सीएम ने ट्वीट किया, 'मध्यप्रदेश कांग्रेस संगठन के मेरे जांबाज़ साथियों, एक और एक का जोड़ "दो" होता है, ये "गणित का सिद्धांत" कहता है। पर, एक और एक ग्यारह होते हैं ये "संगठन का सिद्धांत" कहता है। आप मेरे लिए "ग्यारह" हो। आप कांग्रेस का संगठन हो। पूरी ताकत से जुट जाइए। मेरी आवाज़ से अपनी आवाज़ मिलाइए। हम मिलकर, मध्य प्रदेश की सुंदर तस्वीर और प्रदेशवासियों का उन्नत भविष्य बनाएंगे।'
मध्यप्रदेश कांग्रेस संगठन के मेरे जांबाज़ साथियों,
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) August 26, 2023
एक और एक का जोड़ "दो" होता है,
ये "गणित का सिद्धांत" कहता है।
पर,
एक और एक ग्यारह होते हैं
ये "संगठन का सिद्धांत" कहता है।
आप मेरे लिए "ग्यारह" हो !
आप कांग्रेस का संगठन हो।
पूरी ताकत से जुट जाइए।
मेरी आवाज़ से अपनी आवाज़…
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री और मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ और दिग्विजय सिंह प्रदेश में न सिर्फ दौरे कर रहे हैं बल्कि पार्टी ने ढांचे में बदलाव में भी जुटे है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि इन दोनों नेताओं की कोशिशों का असर विधानसभा चुनाव में नजर आएगा। चुनाव के दौरान हर बूथ पर इन कोशिशों का असर दिखेगा। कांग्रेस का कहना है कि संगठनात्मक रूप से कांग्रेस पार्टी आज के समय जितनी मजबूत है, उतनी मजबूत पिछले दो दशकों में कभी नहीं रही।
दरअसल, मध्य प्रदेश कांग्रेस का संगठात्मक ढांचा पिछले कुछ सालों में काफी कमजोर हो गया था। कई चुनावों में इसका खमियाजा पार्टी ने भुगता है। इस बात शीर्ष नेतृत्व ने समझा और यही वजह है कि अब प्रदेश में सरकार बनाने के अलावा जमीनी स्तर पर संगठन की जड़ें गहरी करने पर भी काम शुरू किया गया। कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की रणनीति है कि मण्डलम, ब्लॉक स्तर पर पदस्थ पदाधिकारियों पूरी तरह सक्रिय किया जाए।
दोनों ही नेताओं ने संगठन मंत्रियों से साफ कहा है कि जो भी पदाधिकारी जमीनी स्तर पर काम नहीं कर रहे हैं या फिर नाम के लिए बने हुए हैं, उन्हें हटाकर उनके स्थान पर काम करने वाले नेताओं और कार्यकर्ताओं की नियुक्तियां की जाए। कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की रणनीति के अनुसार प्रदेश के सभी मतदान केंद्रों पर कांग्रेस के सिपाही तैनात रहेंगे। चुनाव के दौरान ये सिपाही कांग्रेस के पक्ष में मजबूती से काम करते दिखाई देंगे, जिससे कांग्रेस उम्मीदवारों को काफी फायदा मिलेगा।