लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए वोटिंग प्रणाली में बदलाव जरूरी, कमलनाथ ने की बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग

जो वोट भारत का नागरिक डाल रहा है उसमें छेड़छाड़ की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। इसलिए यह आवश्यक हो गया है कि नागरिकों का मतदान 100% सुरक्षित करने के लिए वोटिंग की प्रणाली में बदलाव किया जाए: कमलनाथ

Updated: Jan 24, 2024, 03:38 PM IST

भोपाल। राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद से ईवीएम की विश्वसनीयता सवालों के घेरे में है। लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी पार्टियों ने ईवीएम के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बुधवार को राजधानी भोपाल में मीडिया से सामने ईवीएम मैनिपुलेशन का लाइव डेमो दिया। वहीं, इसपर पूर्व सीएम कमलनाथ ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए वोटिंग प्रणाली में बदलाव जरूरी है।

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट किया, 'भारतीय चुनाव प्रक्रिया में ईवीएम मशीन की विश्वसनीयता को लेकर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं। राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने तकनीकी विशेषज्ञों के साथ आज भोपाल में डमी ईवीएम मशीन में छेड़छाड़ का प्रदर्शन एक पत्रकार वार्ता के जरिए प्रस्तुत किया। वहां मौजूद पत्रकारों ने स्वयं डमी ईवीएम का बटन दबाया और यह पाया कि न सिर्फ वोट संख्या में बल्कि वीवीपेट से प्राप्त होने वाली पर्ची में भी बदलाव किया जा सकता है।'

कमलनाथ ने आगे लिखा, 'इसका सीधा अर्थ है कि जो वोट भारत का नागरिक डाल रहा है उसमें छेड़छाड़ की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। इसलिए यह आवश्यक हो गया है कि भारतीय लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए और भारत के नागरिकों का मतदान 100% सुरक्षित करने के लिए वोटिंग की प्रणाली में बदलाव किया जाए। ईवीएम हटाकर मत पत्र से चुनाव कराए जाएं। और अगर ईवीएम से ही चुनाव कराने हैं तो वोट की पर्ची मतदाता को हाथ में मिलनी चाहिए जिसे वह मत पेटी में डालें और इसी पर्ची को गिना जाए।'

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बता दें कि पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने बुधवार को राजधानी भोपाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ईवीएम मैनिपुलेशन को लेकर अपनी बात रखी। इस दौरान मीडिया के सामने ईवीएम एक्सपर्ट अतुल पटेल से पूरी मतदान प्रक्रिया का डेमो दिलाया। एक ईवीएम में 10 वोट डाले गए। चुनाव चिन्ह के तौर पर सेब और केला था। इस दौरान अधिकांश पत्रकारों ने केला चिन्ह पर वोट दिया, लेकिन नतीजे चौंकाने वाले थे। अंतिम नतीजे में सेब को ज्यादा मत प्राप्त हुए।