खंडवा: सिंचाई योजना में घोटाले के विरुद्ध किसानों ने खोला मोर्चा, मूंदी-सनावद हाईवे पर चक्काजाम

खंडवा जिले के मांधाता विधानसभा क्षेत्र के ग्राम भमौरी के किसानों ने मंगलवार को मूंदी-सनावद हाईवे पर चक्काजाम कर दिया।

Updated: May 30, 2023, 04:01 PM IST

खंडवा। मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में किसानों ने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। खंडवा के मांधाता विधानसभा क्षेत्र के ग्राम भमौरी के किसानों ने मंगलवार को मूंदी-सनावद हाईवे पर चक्काजाम कर दिया। घंटों तक चले प्रदर्शन के बाद मामला शांत हुआ।

रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रदर्शनकारी किसान कोदबार उद्वहन सिंचाई योजना में हुए घाेटाले को लेकर आक्रोशित हैं। किसानों का कहना है कि, सिंचाई योजना में 25-25 एकड़ के एरिया में पानी सप्लाई के टैंक बनाए जाने का नियम है। लेकिन ठेकेदार कंपनी ने 50 एकड़ के एरिया में एक टैंक बनाया है। 

किसानों के मुताबिक परेशानी यह है कि अधिकांश खेतों तक पानी ही नहीं पहुंच पा रहा है। नतीजतन शासन के रिकार्ड में जमीनें सिंचित हो जाएगी, लेकिन हालात सूखे से बदतर हो जाएंगे। किसानों ने दावा किया कि, पिछले महीनों ही कोदबार उद्वहन सिंचाई योजना की टेस्टिंग हुई थी। टेस्टिंग के दौरान देखा गया कि, इस योजना से जितना रकबा लाभांवित होना है। उस रकबे के आधे से भी कम में ही पानी पहुंच पाया।

यह भी पढ़ें: शिवराज सरकार का कारनामा, कन्यादान योजना के तहत दुल्हनों को उपहार में दिया कंडोम

किसानों का कहना है कि जब 25 एकड़ जमीन के दायरे में टैंक (पानी ट़्रांसफार्मर) स्थापित करना था तो 50 एकड़ के दायरे में क्यो किए गए। यानी योजना के अनुरूप काम किया गया है। यह सरेआम भ्रष्टाचार है। सरकार और प्रशासन की मिलीभगत के बगैर यह संभव नहीं हो सका है। पूरी योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। बड़े-बड़े पाइप डालने के लिए किसानों के खेतों को खोदा गया। जब तक योजना का काम चला तब तक किसानों ने खेतों से फसल तक नहीं ली। उम्मीद थी कि खेतों तक पानी आएगा और सूखे से मुक्ति मिलेगी तो उत्पादन ओर बढ़ेगा। लेकिन हुआ इसका उल्टा।