MP विधानसभा का बजट सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित, नर्सिंग स्कैम पर हंगामे के बीच पांच दिन ही चला सत्र

शुक्रवार को विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित कर दी। 1 जून से शुरू हुआ यह सत्र 19 जुलाई तक चलना था।

Updated: Jul 05, 2024, 08:48 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा का बजट-मॉनसून सत्र 5 दिन में ही खत्म हो गया। शुक्रवार को विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित कर दी। 1 जून से शुरू हुआ मानसून सत्र 19 जुलाई तक चलना था। लेकिन नर्सिंग घोटाला को लेकर हंगामे के बीच पांच जुलाई तक ही चल पाया।

विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा के विनियोग विधेयक को पारित करने के प्रस्ताव पर बोलना शुरू किया। इस पर विपक्ष ने डिवीजन की मांग की। इसे स्वीकार नहीं किया गया। विपक्ष का कहना था कि डिवीजन मांगना विपक्ष का अधिकार है। इस पर अध्यक्ष ने कहा कि आपने समय से डिवीजन नहीं मांगा। इसके बाद विनयोग विधेयक पारित कर दिया गया। साथ ही विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई।

सदन की कार्यवाही स्थगित होने पर विपक्ष ने कहा कि हमें बोलने का मौका नहीं दिया गया। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि विपक्ष पर हंगामा कर सदन नहीं चलने देने के आरोप लगाए जाते हैं। विपक्ष ने इस बार सदन में हंगामा किया, लेकिन सदन चलने में असहयोग नहीं किया। इसके बाद भी विधायकों को बोलने का मौका नहीं मिला।

बता दें कि इस बार सदन में नर्सिंग घोटाले का मुद्दा गर्माया रहा। पांच दिन तक नर्सिंग घोटाले को लेकर खूब हंगामा हुआ। विपक्ष मंत्री विश्वास सारंग से इस्तीफे की मांग पर अड़ा था। उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने शुक्रवार को भी सदन में नर्सिंग कालेज घोटाले में मंत्री विश्वास सारंग का मामला उठाया और कहा कि नेता प्रतिपक्ष द्वारा उठाए गए मुद्दे को अनदेखा कर दिया गया। सारंग ने नर्सिंग घोटाले में फिर मंत्री और उनके द्वारा नियुक्त कराए गए अफसरों पर कार्रवाई की मांग की।