भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा बीना नदी पर बना पुल, पहली बारिश में ही 3 फीट धंसा, अरुण यादव ने बताया ई टेंडर का कमाल
उद्घाटन के एक साल भी नहीं हुए और तीन फीट धंस गया रायसेन जिले के बेगमगंज में बीना नदी पर बना पुल, आवागमन ठप होने से 2 दर्जन गांवों का संपर्क टूटा, गुणवत्ता पर उठ रहे गंभीर सवाल

रायसेन। मध्य प्रदेश में बारिश का दौरा लगातार जारी है। राज्य के कई जिलों में बाढ़ से हालात बन गए हैं। बारिश ने राज्य में सड़क और पुल-पुलिया निर्माण के दौरान किए गए गुणवत्ता के तमाम दावों की पोल भी खोल दी है। रायसेन जिले में बारिश की वजह से एक नवनिर्मित पुल बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। ये पुल रायसेन जिले के बेगमगंज में बीना नदी पर बना था।
बीते रोज बारिश के बाद करोड़ों की लागत से बना यह पुल बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। पुल में जगह-जगह दरारें आ गई हैं। पुल पूरी तरह से धंस सा गया है, जिसके चलते मार्ग बंद हो गया। हैदरगढ़ मार्ग का आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया और दो दर्जन गांवों का संपर्क टूट गया।
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स्थानीय लोगों का कहना है कि पुल के निर्माण के समय गुणवत्ता के साथ समझौता की गई। यही वजह है कि पहली बारिश में ही यह फूल तीन फीट धंस गया है। आगे और पुल क्षतिग्रस्त होने की संभावना है। मामला सामने आने के बाद विपक्षी दल कांग्रेस राज्य सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस नेता अरुण यादव ने इसे ई टेंडर का कमाल बताया है।
अरुण यादव ने ट्वीट किया, 'अब रायसेन जिले के बेगमगंज क्षेत्र में बीना नदी पर बने पुल का एक हिस्सा टूटकर जमीन में धंस गया। मध्य प्रदेश में पिछले 15 वर्षों से प्रत्येक विभाग में जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है ।
वैसे यह सब ई टेंडर का कमाल है, मोदी जी क्या आपका ड्रोन भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ते हुए पुल, बांध देख सकता है?'
अब रायसेन जिले के बेगमगंज क्षेत्र में बीना नदी पर बने पुल का एक हिस्सा टूटकर जमीन में धंस गया,
— Arun Subhash Yadav (@MPArunYadav) August 15, 2022
मप्र में पिछले 15 वर्षों से प्रत्येक विभाग में जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है ।
वैसे यह सब ई टेंडर का कमाल है, मोदी जी क्या आपका ड्रोन भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ते हुए पुल, बांध देख सकता है ? pic.twitter.com/qpeJGc7DnN
उधर धार में 305 करोड़ रुपए कि लागत से कारम नदी पर बने डैम में गुणवत्ता के साथ समझौता की वजह से सरकार चौतरफा आलोचना झेल रही है। इसे भी ई टेंडर घोटाले का नतीजा बताया जा रहा है। डैम में लीकेज के बाद किसी तरह पानी को बाहर निकाला गया। अब विपक्ष डैम निर्माण में हुई भ्रष्टाचार की जांच की मांग कर रही है।
बता दें कि पिछले महीने ही बारिश के कारण 559 करोड़ की लागत से निर्मित भोपाल-जबलपुर नेशनल हाइवे धंस गया था। जबकि इसी साल से यह हाइवे शुरू हुआ था। गनीमत रही है कि दिन से समय हाइवे धंसी और कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। कांग्रेस ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि भ्रष्टाचार के सारे पुरस्कार सीएम शिवराज को जाते हैं।