बारूद की ढेर पर हरदा, घटनास्थल से 2KM दूर एक और फैक्ट्री, चिंगारी जो भड़की तो मचेगा कोहराम

हरदा में पटाखा फैक्ट्री के मालिक आरोपी राजेश अग्रवाल और सोमेश अग्रवाल की एक और यूनिट मिला है जो घटनास्थल से करीब 2 किलोमीटर दूर है। यहां भी सैंकड़ों टन बारूद का ढेर मिला है।

Updated: Feb 07, 2024, 06:06 PM IST

हरदा पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट का आग अभी बुझा भी नहीं की एक एक और डरावना मामला सामने आ गया है। आरोपी सोमेश अग्रवाल और राजू अग्रवाल की केवल यही एक फैक्ट्री नहीं थी, बल्कि घटनास्थल से महज दो किमी दूर उसकी एक और पटाखों की फैक्ट्री मिली है। यह फैक्ट्री रहेटाखुर्द में है। चौंकाने वाली बात यह है कि इस फैक्ट्री की क्षमता 1500 किलो बारूद स्टॉक करने की है। जबकि, जिस फैक्ट्री में धमाके हुए उसमें 600 किलो का स्टॉक रखा था।

यह फैक्ट्री कितना घातक हो सकता है इसका अंदाजा लगा पाना भी मुश्किल है। मंगलवार को जब 600 किलो के स्टॉक ने दर्जनों लोगों की जान ले ली और आसपास के 60 घरों को अपने जद में ले लिया। कई दर्जन लोग अभी भी गायब हैं जबकि 200 से अधिक घायल हैं। ऐसे में 1500KG बारूद का स्टॉक जरा सी चूक पर कोहराम मचाने के लिए काफी है।

यहां एक चिंगारी सैंकड़ों लोगों की जान ले सकती है। हैरानी की बात ये है कि घटना के बावजूद अबतक इसे सील नहीं किया गया है। बुधवार को स्थानीय लोगों ने जब इस फैक्ट्री के विरुद्ध प्रदर्शन किया तब पत्रकारों को इसकी खबर लगी। फैक्ट्री के अंदर से जो तस्वीरें आई है वह दहलाने वाली है। यहां बाहर बड़ी संख्या में सुतली बम सूखने के लिए रखे हुए हैं। वहीं, अंदर जगह-जगह बारूद का ढेर है। कल हुए हादसे के बाद वहां कार्यरत कर्मचारी फैक्ट्री को उसी हाल में छोड़कर भाग गए।

गांव वालों का कहना है कि इस फैक्ट्री में भी सैंकड़ों कर्मचारी प्रतिदिन काम करते थे। लेकिन हादसे के बाद छोड़कर भाग गए। ग्रामीणों ने कई बार शिकायत की गई। लेकिन, किसी ने भी इस पर कार्रवाई नहीं की। वहीं, ब्लास्ट के बाद मौत के आंकड़ों को लेकर भी स्थानीय लोग सवाल खड़े कर रहे हैं। प्रशासन 11 मौत से अधिक की अबतक पुष्टि नहीं की है। जबकि स्थानीय लोगों का दावा है कि मौत की असल संख्या 200 तक हो सकता है। क्योंकि कई दर्जन लोग अब भी गायब हैं। इससे पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के कहा था कि सरकार शवों को निकालने के बजाए जमीन में दफ्न करने में जुटी हुई है।