जनता आपसे भाषण नहीं, जवाब और समाधान चाहती है, सीएम चौहान पर बरसे कमलनाथ
मेरे बारे में रोज अनर्गल बोलना शिवराज सिंह चौहान की आदत बन गई है, उससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। लेकिन मध्य प्रदेश की जनता से झूठ और अन्याय मैं बर्दाश्त नहीं करूंगा: कमलनाथ

भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले आरोप-प्रत्यारोप का दौर लगातार जारी है। कांग्रेस और भाजपा दोनों दलों के नेता एक दूसरे पर जुबानी हमला बोल रहे हैं। इसी क्रम में पीसीसी चीफ कमलनाथ ने सीएम शिवराज को निशाने पर लेते हुए कहा कि जनता आपसे भाषण नहीं, जवाब और समाधान चाहती है।
कमलनाथ ने ट्वीट किया, 'शिवराज जी मैंने सुना है कि आजकल आप अपने मुखारविंद से हर रोज एक नया झूठ बोल रहे हैं कि कमलनाथ ने योजनाएं बंद कर दीं। मेरे बारे में रोज अनर्गल बोलना आपकी आदत बन गई है, उससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। लेकिन मध्य प्रदेश की जनता से झूठ और अन्याय मैं बर्दाश्त नहीं करूंगा।'
एक बार सच बोलिए: कमलनाथ
पूर्व सीएम ने आगे लिखा है, 'आप ईश्वर को और मध्य प्रदेश की जनता को साक्षी मानकर जीवन में एक बार सच बोलिए और बताइए के मध्य प्रदेश के करोड़ों किसानों का हित करने वाली किसान कर्ज माफी योजना को आपने क्यों बंद कर दिया और 38 लाख किसानों को क्यों डिफाल्टर बना दिया?'
शिवराज जी मैंने सुना है कि आजकल आप अपने मुखारविंद से हर रोज एक नया झूठ बोल रहे हैं कि कमलनाथ ने योजनाएं बंद कर दीं। मेरे बारे में रोज अनर्गल बोलना आपकी आदत बन गई है, उससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। लेकिन मध्य प्रदेश की जनता से झूठ और अन्याय मैं बर्दाश्त नहीं करूंगा।
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) April 13, 2023
आप ईश्वर को…
कमलनाथ ने कहा, 'आप बताइए कि महंगाई की मार से जूझ रही मध्य प्रदेश की जनता को कांग्रेस सरकार ₹100 में 100 यूनिट बिजली दे रही थी, आपने जनता का भला करने वाली इस योजना को क्यों बंद कर दिया? प्रदेश के किसान और आम आदमी के हित में चलाई गई योजनाओं को आखिर आपने किस नियत से बंद किया? जनता आपसे भाषण नहीं, जवाब और समाधान चाहती है।'
बता दें कि सीएम चौहान इन दिनों प्रतिदिन विपक्ष पर हमलावर दिख रहे हैं। मुख्यमंत्री अपने सभी कार्यक्रमों में सरकार की उपलब्धियां बताने से ज्यादा विपक्ष को कोसने में शब्द खर्चते हैं। सीएम चौहान सहित पूरी बीजेपी कांग्रेस से कमलनाथ सरकार के 15 महीने की हिसाब मांग रही है। जबकि पिछले 20 वर्षों में साढ़े अठारह साल भाजपा ही शासन में रही है।