डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ वॉर की चपेट में भारत, दो अप्रैल से 100 फीसदी टैरिफ लगाने का ऐलान
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि दूसरे देशों ने दशकों से हमारे खिलाफ टैरिफ का इस्तेमाल किया है और अब हमारी बारी है कि हम उन दूसरे देशों के खिलाफ टैरिफ का इस्तेमाल करना शुरू करें।

वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पद संभालते ही दुनियाभर में ट्रेड वॉर शुरू कर दिया। ट्रंप दुनियाभर के देशों पर टैरिफ लगाने की घोषणा कर रहे हैं। ट्रंप के इस टैरिफ वॉर की चपेट में भारत भी आ गया है। ट्रंप ने 2 अप्रैल से भारत पर जैसा को तैसा टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि भारत हमसे 100 फीसदी से ज्यादा टैरिफ वसूलता है, हम भी अगले महीने से ऐसा ही करने जा रहे हैं।
ट्रंप ने अपने संबोधन के दौरान भारत का नाम लेते हुए कहा कि भारत अमेरिका ऑटो पर 100% का टैरिफ लगाता है। साउथ कोरिया जिसे हमने कई बार सैन्य मदद की है, उसने भी हम पर औसतन चार गुना से ज्यादा टैरिफ थोपा है। इसलिए मैं इन देशों पर 2 अप्रैल से रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का ऐलान करता हूं। वो हम पर जितना टैरिफ लगाएंगे, जितना टैक्स वसूलेंगे, हम भी उतना ही टैरिफ लगाएंगे और उतना ही टैक्स वसूलेंगे।
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ट्रंप ने ये बात भारतीय समयानुसार बुधवार सुबह अमेरिकी संसद के जॉइंट सेशन में कही। उन्होंने संसद में 1 घंटा 44 मिनट का लंबा भाषण दिया। इससे पहले अपने पिछले कार्यकाल में उन्होंने सिर्फ 1 घंटा भाषण दिया था। ट्रंप ने अपने संबोधन की शुरुआत अमेरिका इज बैक, यानी 'अमेरिका का दौर लौट आया है' से की।
ट्रंप ने संसद में कहा कि उन्होंने अपने दूसरे कार्यकाल के शुरुआती 43 दिनों में जो कार्य किया है उतना काम कई सरकारें अपने 4 अथवा 8 साल के कार्यकाल में नहीं कर पाईं। का भाषण में ट्रंप ने पाकिस्तान को शुक्रिया भी कहा। ट्रंप ने कहा कि साल 2021 में अफगानिस्तान में आतंकियों ने 13 अमेरिकी सैनिकों की हत्या कर दी थी। उन्हें पकड़ने में पाकिस्तान सरकार ने मदद की।
आप्रवासियों के मुद्दे पर बोलते हुए ट्रंप ने कहा कि पिछले चार साल में 2.1 करोड़ लोग अवैध रूप से अमेरिका में घुसे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने अमेरिकी इतिहास में सबसे बड़ा बॉर्डर और इमिग्रेशन क्रैकडाउन शुरू किया है। बाइडेन अमेरिकी इतिहास के सबसे खराब राष्ट्रपति हैं। उनके कार्यकाल में हर महीने लाखों अवैध लोग देश में दाखिल हुए। उनकी नीतियों के चलते देश में महंगाई बढ़ी।
ट्रंप ने कहा कि हम गोल्ड कार्ड वीजा सिस्टम लाने जा रहे हैं। यह ग्रीन कार्ड की तरह है, लेकिन उससे ज्यादा एडवांस है। इससे बड़ी संख्या में नौकरियां पैदा होंगी और कंपनियों को फायदा होगा। ट्रंप ने कहा कि उनकी सरकार 50 लाख अमेरिकी डॉलर का 'गोल्ड कार्ड' डेवलप कर रही है, जो दुनिया भर के प्रतिभाशाली और मेहनती लोगों को अमेरिकी नागरिकता हासिल करने का जरिया बनेगा, उन्होंने कहा कि ये ग्रीन कार्ड की तरह है, लेकिन थोड़ा बेहतर है।