10th Board Topper : नॉलेज के लिए पढ़ाई करती हैं कर्णिका मिश्रा

Karnika Mishra Bhopal : अकेली मां और अभावों के बावजूद टॉपर बनकर कर्णिका ने बनाई मिसाल

Publish: Jul 05, 2020, 04:46 AM IST

भोपाल की कर्णिका मिश्रा ने एमपी बोर्ड की 10वीं क्लास की परीक्षा में टॉप किया हैं। कर्णिका ने बोर्ड परीक्षा में 300 में से 300 अंक पाए हैं। कर्णिका, अपनी मां की लाड़ली बेटी, जिसने अपनी मां का सपना पूरा करने के लिए जी जान लगा दी। पांच साल पहले सड़क हादसे में पिता को खो चुकीं कर्णिका की पूरी दुनिया उसकी मां हैं। कर्णिका की मां एक डायमंड कंपनी में नौकरी करती हैं। जब रिजल्ट आया तब मां नौकरी पर जा चुकी थी। फोन पर ही अपना रिजल्ट सुनाया। मां ने रुंधे गले से बेटी को बधाई दी।

घर की परेशानियों का असर बेटी पर नहीं पड़ने दिया

कर्णिका के मौसा अरविंद द्विवेदी का कहना है कि घर में कर्णिका की मां ही अकेली कमाने वाली सदस्य हैं। पिता मनोज मिश्रा बस ऑपरेटर थे, जिनकी 5 साल पहले सड़क हादसे में मौत हो गई है। कर्णिका अपनी नानी और मां के साथ रहती हैं। लॉकडाउन में परिवार को आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ा था, लेकिन बेटी पर घर की परेशानियों का असर नहीं पड़ने दिया। मौसा अरविंद द्विवेदी जो की उनके टीचर भी हैं, उन्होंने कर्णिका को पढ़ाने में मदद की।

नंबर नहीं नॉलेज के लिए करती हैं पढ़ाई

रीमा विद्या मंदिर सेमराकला भोपाल की छात्रा कर्णिका का कहना है कि उन्होंने पढ़ाई सिर्फ नंबर के लिए कभी नहीं की। नॉलेज के लिए पढ़ाई करती हैं। पढ़ने से नंबर अपने आप आ जाते हैं। दसवीं में आते ही रोजाना 3 से 4 घंटे रेग्यूलर पढ़ाई करती थीं। परीक्षा के दौरान भी इसी तरह पढ़ाई करती रहीं। उनका कहना है कि थोड़ा थोड़ा पढ़ते रहो तो एक साथ अचानक एक्जाम का प्रेशर नहीं आता। इससे कुछ भूलने की घबराहट भी नहीं होती। उनका कहना है कि उनकी मां और नानी ने पढ़ाई के लिए कभी भी प्रेशर नहीं डाला।

स्कूल के टॉपर हैं कर्णिका के आइडियल

कर्णिका का कहना है कि उन्हें पढ़ना अच्छा लगता है, क्योंकि उससे सीखने को मिलता है।वो एमपी पीएससी की तैयारी करना चाहती हैं, उन्होने साइंस सब्जेक्ट आप्ट किया है। साउथ की फिल्में देखने की शौकीन कर्णिका को टॉलीवुड की फिल्में देखना पसंद है। आतिफ असलम के गाने सुनने की शौकीन कर्णिका ने बताया की स्कूल में पिछले साल के टापर उनके आइडियल हैं। उनसे ही प्रेरणा मिली की मुझे भी पढ़ना चाहिए।

सोशल मीडिया और टीवी के लिए भी निकालती थीं वक्त

अपने दोस्तों के साथ ग्रुप स्टडी कर परीक्षा की तैयारी करने वाली कर्णिका का कहना है कि उन्होंने सोशल मीडिया और टीवी के लिए भी टाइम फिक्स कर रखा था। कर्णिका ने बताया कि वो रिफ्रेश होने के लिए टीवी भी देखती थीं और मोबाइल का उपयोग भी करती थीं। पर उसका वक्त उन्होंने निश्चित कर रखा था। बड़ों के टोकने से पहले ही वो पढ़ने में लग जाती थी।