MP Election Results: पोस्टल बैलेट की गणना में 199 सीटों पर आगे थी कांग्रेस, दिग्विजय सिंह ने जारी किया आंकड़ा

पोस्टल बैलेट के आंकड़े जारी कर दिग्विजय सिंह ने कहा कि जब तंत्र जीतता है तो जनता (यानी लोक) हार जाती है। वहीं, कांग्रेस नेता गुरदीप सप्पल ने कहा है कि यदि डाक मतपत्रों में कांग्रेस का वोट शेयर भाजपा से 21% अधिक था, तो उसे ईवीएम में भाजपा से 9% कम वोट क्यों मिले?

Updated: Dec 04, 2023, 08:17 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे इस बार कई मायनों में काफी चौंकाने वाले हैं। कांग्रेस के कई अभेद्य किले ढह गए। ईवीएम और पोस्टल बैलेट के नतीजों का अंतर सबसे ज्यादा चौंकाने वाला है। बैलेट पेपर के नतीजे कहते हैं कि कांग्रेस पार्टी प्रदेश की 199 सीटों पर आगे थी। वोट प्रतिशत की बात करें तो कांग्रेस को बैलेट पेपर में भाजपा के मुकाबले 21 फीसदी अधिक वोट मिले। लेकिन ईवीएम के नतीजों के कारण कांग्रेस को अप्रत्याशित हार का सामना करना पड़ा। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने सभी सीटों के पोस्टल बैलेट के आंकड़े जारी किए हैं, जिसके बाद ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठना लाजमी है।

दिग्विजय सिंह ने चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए पोस्टल बैलेट के जो नतीजे ट्विटर पर शेयर किए हैं उनमें स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि कांग्रेस 230 में से 199 सीटों पर आगे है। पूर्व मुख्यमंत्री सिंह ने ट्वीट में लिखा, 'Postal ballots के ज़रिए कांग्रेस को वोट देनेवाले और हम पर भरोसा जतानेवाले सभी मतदाताओं का धन्यवाद! तस्वीरों के आँकड़ों में एक प्रमाण है जो यह बताता है कि पोस्टल बैलेट के ज़रिए हमें यानी कांग्रेस को 199 सीटों पर बढ़त है।' 

सिंह ने आगे लिखा, 'जबकि इनमें से अधिकांश सीटों पर ईवीएम काउंटिंग में हमें मतदाताओं का पूर्ण विश्वास न मिल सका। यह भी कहा जा सकता है कि जब तंत्र जीतता है तो जनता (यानी लोक) हार जाती है। हमें गर्व है कि हमारे ज़मीनी कार्यकर्ताओं ने जी जान से कांग्रेस के लिए काम किया और लोकतंत्र के प्रति अपने विश्वास को पुख़्ता किया।'

कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य गुरदीप सप्पल ने भी पोस्टल बैलेट के मतों में अंतर को लेकर सवाल खड़े किए हैं। सप्पल ने लिखा, 'क्या कोई बताएगा कि यदि डाक मतपत्रों में कांग्रेस का वोट शेयर भाजपा से 21% अधिक था, तो उसे ईवीएम में भाजपा से 9% कम वोट क्यों मिले? हम पोस्टल बैलेट और ईवीएम के वोटों में दो अलग-अलग वोटिंग पैटर्न क्यों देख रहे हैं?

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 230 में से 163 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि कांग्रेस 66 सीटों पर ही सिमटकर रह गई है। जमीनी हालात जानने वाले किसी भी व्यक्ति को चुनाव नतीजों पर भरोसा नहीं हो पा रहा है। यहां तक कि भाजपा के लोग भी कन्फ्यूज हैं कि इतनी सीटें कैसे आ गई। चुनाव के नतीजों ने विपक्षी नेताओं और प्रदेश की जनता को ईवीएम पर शंका करने के लिए मजबूर कर दिया है।