MP: जेल में बंद पटवारी का हुआ ट्रांसफर, मामला तूल पकड़ने पर SDM ने किया सस्पेंड
श्योपुर में अफसरों ने तबादलों की झड़ी में गजब का कारनामा कर दिया। जेल में बंद पटवारी का विजयपुर से बड़ौदा ट्रांसफर कर दिया।

भोपाल। मध्य प्रदेश में तबादला नीति लागू होने के बाद अलग-अलग विभागों में ट्रांसफर की प्रक्रिया जारी है। लेकिन इस बीच बड़ी लापरवाही देखने को मिली। यहां गड़बड़ी मामले में जेल में सजा काट रहे पटवारी को दूसरी जगह पदस्थापना दे दी गई। इसे लेकर कांग्रेस ने मोहन सरकार पर हमला बोला है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने इस ट्रांसफर पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा, 'मप्र में तबादला उद्योग पूरी तेज़ी से चल पड़ा। श्योपुर जिले में बाढ़ राहत राशि में हुई गड़बड़ी के प्रकरण में पटवारी हेमंत मित्तल जेल में बंद है उसके बाद भी विजयपुर तहसील से बड़ौदा तहसील में ट्रांसफर कर दिया। वाह डबल इंजन की सरकार। ट्रांसफर उद्योग भी डबल तेजी से चला है।'
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दरअसल, श्योपुर जिले के प्रभारी मंत्री राकेश शुक्ला की अनुशंसा पर विभागों के कर्मचारियों के ट्रांसफर किए जा रहे थे। इन तबादलों की झड़ी में श्योपुर के अफसरों ने बाढ़ राहत राशि के घोटाले के आरोप में श्योपुर की जिला जेल में बंद विजयपुर के सुनवई के पटवारी हेमंत मित्तल का विजयपुर से बड़ौदा तहसील में ट्रांसफर का आदेश जारी कर दिया। जैसे ही मामले ने तूल पकड़ा, वैसे ही विजयपुर एसडीएम ने हेमंत मित्तल को सस्पेंड करने का आदेश भी जारी कर दिया।
बता दें कि जेल में बंद पटवारी हेमंत मित्तल ने बड़ौदा में अपनी पदस्थी के दौरान साल 2021 में आई बाढ़ के बाद पीड़ितों को दी जाने वाली राहत राशि का गबन करते हुए घोटाला किया था। मामले के उजागर होने के बाद कलेक्टर के आदेश के बाद बड़ौदा तहसीलदार ने पटवारी के खिलाफ बड़ौदा थाने में FIR दर्ज करवाई थी, जिसपर जांच के बाद बड़ौदा पुलिस ने पटवारी हेमंत को दोषी मानते हुए गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था।