अफसरों के चक्कर लगाकर चप्पलें घिस जाती हैं पर काम नहीं होता, मंत्री कमल पटेल का ब्यूरोक्रेसी पर हमला
देवास जिले में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री कमल पटेल ने अफसरशाही पर हमला बोलते हुए कहा कि ग्रामीण इलाकों में लोगों की चप्पलें घिस जाती हैं, लेकिन कर्मचारी और अधिकारी काम नहीं करते हैं

देवास। मध्य प्रदेश के एक और मंत्री ने राज्य में व्याप्त अफसर शाही पर हमला बोला है। कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि अफसरों के चक्कर लगाकर लोगों की चप्पलें घिस जाती है, पर काम नहीं होता। कमल पटेल का यह बयान सुर्खियों में है। इससे पहले पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने राज्य के शीर्ष नौकरशाह यानी मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस को निरंकुश अधिकारी बताया था।
दरअसल, कृषि मंत्री कमलपटेल देवास जिले के ग्राम जामगोद में एक सभा को संबोधित कर रहे थे। यहां उन्होंने शिवराज सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि शिवराज सरकार की योजनाओं के तहत अब से वह अधिकारी और कर्मचारी ग्रामीण इलाकों में लोगों के पास खुद जाएंगे। साथ ही उनको योजनाओं के फायदे और लाभ बताएंगे।
मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया के बाद अब कमल पटेल ने ब्यूरोक्रेसी पर किया हमला। पटेल ने कहा कि लोगों की चप्पलें घिस जाती हैं और अफसर योजनाओं का लाभ नहीं देते। pic.twitter.com/BLu0MrWSw8
— Ramashankar sharma (@Ramashankarsh19) September 21, 2022
उन्होंने आगे कहा कि, 'ग्रामीण इलाकों में लोगों की चप्पलें घिस जाती हैं, लेकिन कर्मचारी और अधिकारी काम नहीं करते हैं। अब सरकार ने तय किया है कि लोग तहसील, जिला पंचायत, एसडीएम, कलेक्टर कार्यालय के चक्कर नहीं लगाएंगे। साथ ही कमल पटेल ने कहा कि इसलिए हमने तय किया है कि आपकी समस्या का हल आपके घर होगा।'
कमल पटेल के इस बयान ने एक ओर जहां विपक्ष को बैठे बिठाए मुद्दा दे दिया है। वहीं, शिवराज सरकार में बेलगाम अफसरों की हकीकत सामने आ गई है। हाल ही में जब पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने राज्य के शीर्ष नौकरशाह यानी मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस को निरंकुश बताया था, तब तरह तरह की चर्चाएं हो रहीं थीं। इसे सीएम चौहान से सिसोदिया की नाराजगी बताया गया था। हालांकि, अब कमल पटेल ने साफ कर दिया है कि प्रदेश में अफसरशाही सच में मंत्रियों के काबू से बाहर की चीज हो गयी है।